नई दिल्ली : खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 में शामिल किए गए दो अन्य खेल मल्लखंब और थांग-ता है. इस फैसले के बारे में खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, ''भारत में स्वदेशी खेलों की समृद्ध विरासत है और खेल मंत्रालय की प्राथमिकता इन खेलों को संरक्षित, बढ़ावा और लोकप्रिय बनाने की है.''
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I'm very happy to announce that 4 Indigenous Games have been added, along with Yogasana, to Khelo India Youth Games 2021, to be held in Panchkula, Haryana. India has a rich culture of indigenous games and it is our endeavour to preserve, promote and popularise these. @mlkhattar pic.twitter.com/w33JIU18Si
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उन्होंने कहा, ''इन खेलों के खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने के लिए खेलो इंडिया गेम्स से बेहतर कोई और मंच नहीं है.'' उन्होंने कहा, ''मुझे विश्वास है कि 2021 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में इन चार खेलों के साथ योगासन देश के खेल प्रेमियों और युवाओं का ध्यान आकर्षित करेगा. आने वाले दिनों में खेलों इंडिया में हम और देशज खेलों को शामिल करेंगे.''
ये चारों खेल देश के विभिन्न हिस्सों का प्रतिनिधित्व करते हैं. कलारीपयट्टू की शुरुआत केरल में हुई है और पूरी दुनिया में इसका अभ्यास किया जाता है. बॉलीवुड अभिनेता विद्युत जामवाल भी कलारीपयट्टू के लिए जाने जाते है.
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मल्लखंब पूरे भारत में खेला जाता है लेकिन यह मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में काफी लोकप्रिय है. गटका की शुरुआत पंजाब में हुई है और निहंग सिख योद्धा की युद्ध (लड़ाई) की इस पारंपरिक शैली को आत्मरक्षा के साथ-साथ खेल के रूप में भी इस्तेमाल करते है. मणिपुर का मार्शल आर्ट थांग-ता, हाल के दशकों में गुमनामी में चला गया था लेकिन खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मदद से इसे फिर से राष्ट्रीय पहचान मिलेगी.