नई दिल्ली : भारत की पुरुष फुटबॉल टीम के क्रोएशियाई मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने सभी स्टेक होल्डर खासकर इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लबों से खिलाड़ियों को समय पर रिलीज करने का अनुरोध किया है. जिससे ब्लू टाइगर्स के पास, एएफसी एशियाई कप 2023 और 2026 फीफा विश्वकप क्वालीफायर की तैयारी के लिए ज्यादा समय मिल सके. भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमक ने इसके लिए एक खास अपील की है. जिसका समर्थन अब संजय सेन ने भी किया है.
संजय सेन ने स्टिमक के प्रस्ताव को "सही समय पर सही बात" करार देते हुए उनकी बात पर सबको गौर देने की राय दी है. 2019-20 और 2020-21 में टीम के सहायक कोच बनने से पहले सेन 2018-19 में आईएसएल क्लब एटीके के तकनीकी निदेशक थे. वर्तमान में सेन मोहन बागान के युवा विकास के प्रमुख हैं. उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि क्या यह वैध अनुरोध है. ऐसा लगता है कि स्टिमक ने यह अनुरोध दो दृष्टिकोणों से किया है. पहला हाल के दिनों में टीम के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखते हुए. हालांकि भारत ने कई उच्च रैंकिंग वाली टीमों को नहीं हराया है. लेकिन अंतर्राष्ट्रीय टीमों की भागीदारी के साथ तीन टूर्नामेंट जीतना भारत की सफलता को दर्शाता है. दूसरी बात एक नया प्रबंधन सत्ता में आया है. इन सभी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए स्टिमक ने क्लबों से यह अनुरोध किया है.
यह पहली बार नहीं है कि किसी कोच ने ऐसा अनुरोध किया है. इससे पहले भी ऐसे अनुरोध किए गए थे. अब यह फ्रेंचाइजी और क्लब मालिकों पर निर्भर है. हमें देखना होगा कि वे राष्ट्रीय टीम के लिए कितना सोचते हैं. सेन ने कहा कि स्टिमक ने अपना अनुरोध पेश करने के लिए सही समय चुना है. वास्तव में अगर वह कोच होते तो यही मांग करते. फिलहाल नहीं पता कि क्लब मुख्य कोच के अनुरोध पर कैसे प्रतिक्रिया देंगे और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्लबों के उदाहरणों का हवाला भी दिया. जिन्होंने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय ड्यूटी के लिए खिलाड़ियों को जल्दी फ्री करने पर ज्यादा ध्यान दिया.
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- (आईएएनएस)