नयी दिल्ली: मुक्केबाजी के पूर्व राष्ट्रीय कोच गुरबख्श सिंह संधू ने दो बार राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता मनोज कुमार के निजी कोच राजेश कुमार राजौंद के नाम की लगातार दूसरे साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए अनुशंसा की है.
संधू पूर्व पुरस्कार विजेता के तौर पर राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए नामों की सिफारिश कर सकते हैं.
राजौंद अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (AIBA) से मान्यता प्राप्त टू-स्टार कोच है, जिन्होंने ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता मनोज के करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई है. वह मनोज के बड़े भाई भी हैं.
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ओलंपिक रजत पदक विजेता विजेंदर सिंह के अलावा और सुमित सांगवान और दिनेश सांगवान जैसे अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजों ने भी 38 साल के राजौंद के नाम का समर्थन किया. राजौंद की देख-रेख में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों के मुक्केबाजी प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान पर रहा था.
संधू ने खेल मंत्री किरेन रिजिजू को भेजे अपने पत्र में कहा, मैं मुक्केबाजी कोच के रूप में समझता हूं कि राजेश कुमार की मुक्केबाजी कोच के तौर पर उपलब्धियां उन्हें इस श्रेणी में प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए सिफारिश करने के लिए जरूरत से ज्यादा है.
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उन्होंने पिछले साल भी इसी तरह की सिफारिश की थी, लेकिन राजौंद को पुरस्कार नहीं मिला.
एशियाई चैंपियनशिप के पूर्व पदक विजेता मनोज ने भी कहा कि उनके भाई राष्ट्रीय पुरस्कार के हकदार हैं.
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 29 अगस्त को दिए जाते हैं.