नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की ओर से मिले कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के बाद ओलम्पिक पदक विजेता भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक को लखनऊ स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में जारी राष्ट्रीय कैम्प में फिर से शामिल कर लिया गया है. साक्षी पर अनुशासन तोड़ने का आरोप था और इसके लिए डब्ल्यूएफआई ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
साक्षी के साथ-साथ सीमा बिसला (50 किलो भारवर्ग), किरण (76 किलो भारवर्ग) उन तीन पहलवानों में शामिल हैं, जिन्हें डब्ल्यूएफआई ने राष्ट्रीय कैम्प से निलंबित कर दिया था.
ये तीनों पहलवान आगामी विश्व चैंपियनशिप के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं. डब्ल्यूएफआई के सह सचिव विनोद तोमर ने सोमवार को मीडिया से कहा कि ये तीनों पहलवान रक्षाबंधन त्योहार के अवसर पर अपने-अपने घर गई थीं.
तोमर ने कहा, 'साक्षी ने बताया कि वे त्योहार के लिए घर गई थीं. उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और कहा है कि उन्हें इसके लिए इजाजत लेनी चाहिए थी. सीमा और किरण ने भी यही वजह बताई है. उन्होंने कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है और माफी मांग ली है. इसलिए अब वे दोबारा से कैम्प में हैं."
लखनऊ के भारतीय खेल प्राधिकरण स्थित नेशनल कैम्प से 45 में से 25 खिलाड़ी बिना इजाजत लिए ही वहां से चली गई. गैरहाजिर होने की वजह के बारे में पता नहीं होने के बाद इन सभी को निलंबित कर दिया गया.
तोमर ने कहा कि सभी पहलवानों ने फेडरेशन को अपना जवाब दे दिया है और अब उनसे कहा गया है कि वे फिर से कैम्प में शामिल हो सकती हैं.