नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले संयुक्त निशानेबाजी विश्व कप के लिए कतर यहां पहुंचने वाली पहली टीम बन गई जबकि ब्राजील और ब्रिटेन की टीमें शुक्रवार को पहुंचने के बाद सात दिन के कड़े क्वारेंटीन में रहेंगी.
कतर से छह निशानेबाज और उनका सहयोगी स्टाफ गुरुवार को यहां पहुंच गया.
ब्राजील और ब्रिटेन में हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले काफी बढे हैं. इन दोनों देशों के निशानेबाज, कोच और अधिकारी डॉक्टर कर्णी सिंह रेंज के पास होटल में पृथकवास में रहेंगे. निशानेबाजी विश्व कप 18 से 29 मार्च तक होना है.
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) के इस टूर्नामेंट में 40 देशों के निशानेबाज भाग ले रहे हैं. इनमें दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, ब्रिटेन, ब्राजील, अमेरिका, ईरान, उक्रेन, फ्रांस, हंगरी, इटली, थाईलैंड और तुर्की शामिल हैं.
चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, रूस, न्यूजीलैंड, कुवैत और मलेशिया जैसे देशों ने टीमें नहीं भेजी है.
पिछले महीने खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि विश्व कप में भाग लेने के लिए निशानेबाजों को प्रोत्साहित करने के मकसद से पृथकवास के नियमों में उदारता बरती जाएगी.
इससे पहले उनसे अनुरोध किया गया था कि निशानेबाजों को 14 दिन के कड़े पृथकवास से रियायत मिले और विदेशी टीमों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाए.
भारत का 57 सदस्यीय दल इस टूर्नामेंट में भाग ले रहा है. इसमें टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके 15 निशानेबाज शामिल हैं. इनमें अंजुम मुद्गिल, दिव्यांश सिंह पंवार, मनु भाकर, सौरभ चौधरी प्रमुख है. राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अनीश भानवाला को भी 25 मीटर रैपिड पिस्टल टीम में रखा गया है.