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अब मैरी कॉम को ओलंपिक क्वालीफायर के लिए देना होगा ट्रायल - पिंकी रानी

बीएफआई ने एक बयान में कहा है कि एमसी मैरी कॉम को निकहत जरीन और पिंकी रानी के साथ ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स से गुजरना होगा.

Olympic qualifier
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Published : Dec 17, 2019, 10:46 PM IST

नई दिल्ली: विश्व चैम्पियनशिप के बाद ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए एमसी मैरी कॉम का नाम सीधे भेजने वाली बात पर अब भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने पलटी मारी है और कहा है कि ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए पांच सिंतबर को हुई बैठक में जो नियम बनाए गए थे, उन्हीं का पालन होगा. इस बयान का सीधा मतलब है कि अब मैरी कॉम को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स की अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा.

इसी साल तीन से 13 अक्टूबर के बीच रूस में हुई महिला विश्व चैम्पियनशिप में मैरी कॉम ने महिलाओं की 51 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता था.

एमसी मैरी कॉम
एमसी मैरी कॉम

मैरी कॉम के भारत लौटने के बाद बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा था कि मैरी कॉम को सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में भेजा जाएगा, उनको ट्रायल्स नहीं देनी होगी.

ये बात बीएफआई द्वारा पांच सितंबर को जारी किए गए नियमों के खिलाफ थी क्योंकि उस नियम के मुताबिक विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ही सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में प्रवेश मिलना था जबकि अन्य मुक्केबाजों को ट्रायल्स से गुजरना था.

मैरी कॉम के कांस्य जीतने के बाद भी बीएफआई अध्यक्ष ने उन्हें सीधे चीन में होने वाले क्वालीफायर में भेजने की बात कही थी, जिसपर निकहत जरीन और पिंकी रानी ने भारी ऐतराज जताया था.

निकहत जरीन
निकहत जरीन

अब बीएफआई ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा है कि पांच सितंबर जो जारी नियम ही लागू किए जाएंगे.

इन नियमों के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप-2019 में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर में सीधे प्रवेश मिलेगा. उस भारवर्ग में, जिसमें विश्व चैम्पियनशिप में भारत का कोई भी मुक्केबाज फाइनल में नहीं पहुंच सका था, उसके लिए ट्रायल्स होंगी जिनमें चार मुक्केबाज हिस्सा लेंगी."

ट्रायल्स में ये चार मुक्केबाज कौन होंगी, बीएफआई ने इसके भी नियम बताए हैं.

पिंकी रानी
पिंकी रानी

बीएफआई के बयान के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाली, नेशनल चैम्पियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाली और प्रशिक्षकों तथा चयन समिति द्वारा चुनी गई शीर्ष मुक्केबाज ट्रायल्स में हिस्सा लेंगी."

बीएफआई के इस ताजा बयान से मैरी कॉम को परेशानी हो सकती है क्योंकि उन्हें लग रहा था कि वो सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर खेलेंगी.

वहीं सभी पांचों वर्ग की ट्रायल्स में चौथा खिलाड़ी कौन होगा उसके लिए चयन समिति 21 दिसंबर को बैठक कर फैसला लेगी. ट्रायल्स का आयोजन 27-28 दिसंबर को किया जाएगा.

बयान के मुताबिक, कैम्प में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों की सिंतबर तक की रैंकिंग और टूर्नामेंट्स को भी चयन के समय ध्यान में रखा जाएगा.

नई दिल्ली: विश्व चैम्पियनशिप के बाद ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए एमसी मैरी कॉम का नाम सीधे भेजने वाली बात पर अब भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने पलटी मारी है और कहा है कि ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए पांच सिंतबर को हुई बैठक में जो नियम बनाए गए थे, उन्हीं का पालन होगा. इस बयान का सीधा मतलब है कि अब मैरी कॉम को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स की अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा.

इसी साल तीन से 13 अक्टूबर के बीच रूस में हुई महिला विश्व चैम्पियनशिप में मैरी कॉम ने महिलाओं की 51 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता था.

एमसी मैरी कॉम
एमसी मैरी कॉम

मैरी कॉम के भारत लौटने के बाद बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा था कि मैरी कॉम को सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में भेजा जाएगा, उनको ट्रायल्स नहीं देनी होगी.

ये बात बीएफआई द्वारा पांच सितंबर को जारी किए गए नियमों के खिलाफ थी क्योंकि उस नियम के मुताबिक विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ही सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में प्रवेश मिलना था जबकि अन्य मुक्केबाजों को ट्रायल्स से गुजरना था.

मैरी कॉम के कांस्य जीतने के बाद भी बीएफआई अध्यक्ष ने उन्हें सीधे चीन में होने वाले क्वालीफायर में भेजने की बात कही थी, जिसपर निकहत जरीन और पिंकी रानी ने भारी ऐतराज जताया था.

निकहत जरीन
निकहत जरीन

अब बीएफआई ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा है कि पांच सितंबर जो जारी नियम ही लागू किए जाएंगे.

इन नियमों के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप-2019 में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर में सीधे प्रवेश मिलेगा. उस भारवर्ग में, जिसमें विश्व चैम्पियनशिप में भारत का कोई भी मुक्केबाज फाइनल में नहीं पहुंच सका था, उसके लिए ट्रायल्स होंगी जिनमें चार मुक्केबाज हिस्सा लेंगी."

ट्रायल्स में ये चार मुक्केबाज कौन होंगी, बीएफआई ने इसके भी नियम बताए हैं.

पिंकी रानी
पिंकी रानी

बीएफआई के बयान के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाली, नेशनल चैम्पियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाली और प्रशिक्षकों तथा चयन समिति द्वारा चुनी गई शीर्ष मुक्केबाज ट्रायल्स में हिस्सा लेंगी."

बीएफआई के इस ताजा बयान से मैरी कॉम को परेशानी हो सकती है क्योंकि उन्हें लग रहा था कि वो सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर खेलेंगी.

वहीं सभी पांचों वर्ग की ट्रायल्स में चौथा खिलाड़ी कौन होगा उसके लिए चयन समिति 21 दिसंबर को बैठक कर फैसला लेगी. ट्रायल्स का आयोजन 27-28 दिसंबर को किया जाएगा.

बयान के मुताबिक, कैम्प में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों की सिंतबर तक की रैंकिंग और टूर्नामेंट्स को भी चयन के समय ध्यान में रखा जाएगा.

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अब मैरी कॉम को ओलंपिक क्वालीफायर के लिए देना होगा ट्रायल



 



बीएफआई ने एक बयान में कहा है कि एमसी मैरी कॉम को निकहत जरीन और पिंकी रानी के साथ ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स से गुजरना होगा.



नई दिल्ली: विश्व चैम्पियनशिप के बाद ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए एमसी मैरी कॉम का नाम सीधे भेजने वाली बात पर अब भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने पलटी मारी है और कहा है कि ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए पांच सिंतबर को हुई बैठक में जो नियम बनाए गए थे, उन्हीं का पालन होगा. इस बयान का सीधा मतलब है कि अब मैरी कॉम को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स की अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा.



इसी साल तीन से 13 अक्टूबर के बीच रूस में हुई महिला विश्व चैम्पियनशिप में मैरी कॉम ने महिलाओं की 51 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता था.



मैरी कॉम के भारत लौटने के बाद बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा था कि मैरी कॉम को सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में भेजा जाएगा, उनको ट्रायल्स नहीं देनी होगी.



ये बात बीएफआई द्वारा पांच सितंबर को जारी किए गए नियमों के खिलाफ थी क्योंकि उस नियम के मुताबिक विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ही सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर में प्रवेश मिलना था जबकि अन्य मुक्केबाजों को ट्रायल्स से गुजरना था.



मैरी कॉम के कांस्य जीतने के बाद भी बीएफआई अध्यक्ष ने उन्हें सीधे चीन में होने वाले क्वालीफायर में भेजने की बात कही थी, जिसपर निकहत जरीन और पिंकी रानी ने भारी ऐतराज जताया था.



अब बीएफआई ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा है कि पांच सितंबर जो जारी नियम ही लागू किए जाएंगे.



इन नियमों के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप-2019 में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी को चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर में सीधे प्रवेश मिलेगा. उस भारवर्ग में, जिसमें विश्व चैम्पियनशिप में भारत का कोई भी मुक्केबाज फाइनल में नहीं पहुंच सका था, उसके लिए ट्रायल्स होंगी जिनमें चार मुक्केबाज हिस्सा लेंगी."



ट्रायल्स में ये चार मुक्केबाज कौन होंगी, बीएफआई ने इसके भी नियम बताए हैं.



बीएफआई के बयान के मुताबिक,"एआईबीए विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाली, नेशनल चैम्पियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाली और प्रशिक्षकों तथा चयन समिति द्वारा चुनी गई शीर्ष मुक्केबाज ट्रायल्स में हिस्सा लेंगी."



बीएफआई के इस ताजा बयान से मैरी कॉम को परेशानी हो सकती है क्योंकि उन्हें लग रहा था कि वो सीधे ओलम्पिक क्वालीफायर खेलेंगी.



वहीं सभी पांचों वर्ग की ट्रायल्स में चौथा खिलाड़ी कौन होगा उसके लिए चयन समिति 21 दिसंबर को बैठक कर फैसला लेगी. ट्रायल्स का आयोजन 27-28 दिसंबर को किया जाएगा.



बयान के मुताबिक, कैम्प में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों की सिंतबर तक की रैंकिंग और टूर्नामेंट्स को भी चयन के समय ध्यान में रखा जाएगा.


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