नई दिल्ली: ओलंपिक कोर ग्रुप निशानेबाजों के लिए दो महीने का कोचिंग कैम्प यहां राष्ट्रीय राजधानी के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में गुरुवार से शुरू होगा और ये 17 दिसंबर तक चलेगा. टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने वाले सभी भारतीय निशानेबाज इस कैम्प में हिस्सा लेंगे. कैम्प में 32 निशानेबाज (18 पुरुष और 14 महिला) शामिल होंगे. इसके अलावा इसमें आठ कोच, तीन विदेशी कोच और दो स्पोर्ट स्टाफ भी होंगे.
![National Shooting camp will be taken care by SAI and NRAI](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9158779_jhvjyt.jpg)
कैम्प के दौरान बायो सिक्योर बबल को सुनिश्चित करने, कोरोना वायरस को रोकने और एथलीटों की ट्रेनिंग के लिए सुरक्षित माहौल बनाए रखने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) को बनाए रखने की संयुक्त जिम्मेदारी भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और राष्ट्रीय राइफल निशानेबाजी संघ (NRAI) की होगी.
SAI ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि प्रशासक के शूटिंग रेंज को बनाए रखने की जिम्मेदारी डॉक्टर कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के पास है.
NRAI के सचिव राजीव भाटिया ने कहा, "साई द्वारा जारी किए गए SOP के माध्यम से स्थापित सुरक्षा मानदंड बहुत ही गहन हैं. मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद यह पहला राष्ट्रीय कैम्प होगा जो आयोजित किया जाएगा और इसके लिए सभी कदम उठाए जाएंगे ताकि निशानेबाजों को सुरक्षित और आरामदायक वातावरण में ट्रेनिंग करने का मौका मिले."
NRAI आयोजन स्थल के पास एक होटल में बोडिंर्ग और ठहरने की व्यवस्था करेगा, जिसके लिए साई मौजूदा मानदंडों के अनुसार सहायता प्रदान करेगा. होटल से लेकर शूटिंग रेंज में प्रवेश तक NRAI की जिम्मेदारी होगी कि वह सुरक्षित बायो-बबल रखने के लिए SOP बनाए रखे.
भारत ने टोक्यो ओलंपिक के लिए निशानेबाजी में अब तक रिकॉर्ड 15 कोटा हासिल किया है. ओलंपिक कोटा पाने वाले सभी निशानेबाज इस कैम्प का हिस्सा होंगे.