नई दिल्ली : विश्व रैंकिंग सीरीज चैंपियन गुरप्रीत सिंह जालंधर में शनिवार से शुरू हो रही दो दिवसीय नेशनल ग्रीको रोमन चैंपियनशिप में 77 किग्रा वर्ग मेंजीत हासिल करत हुए सीजन की अच्छी शुरूआत करने के लिए उत्सुक हैं.
पंजाब के 26 वर्षीय पहलवान का कहना है कि वो कोविड -19 महामारी से पहले जीता हुआ खिताब अपने पास ही रखना चाहते हैं. गुरप्रीत ने बताया, अप्रैल में होने वाले एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर की मेरी तैयारी पर कोविड-19 महामारी के दौरान का ब्रेक प्रभाव डालेगा.
तीन महीने पहले, गुरप्रीत कोविड-19 पाजिटिव पाए गए थे. ये भारतीय टीम के सर्बिया में बेलग्रेड रवाना होने से ठीक पहले हुआ था, जहां टीम को इंडीविडुअल वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना था. इससे गुरप्रीत महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त करने के अवसर से चूक गए थे.
उन्होंने कहा, मैं पूरी तरह से ठीक हो चुका हूं. वायरस के लक्षण बहुत हल्के थे. मैं बीते छह हफ्तों से कड़ी मेहनत कर रहा हूं. मैं रविवार को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूं.
अपने भार वर्ग में अग्रणी पहलवान होने के बावजूद, गुरप्रीत विरोधियों को हल्के में नहीं ले रहे हैं.
उन्होंने कहा, मुझे रेलवे टीम से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है. विभागीय टीमों के पास कुश्ती की क्रीम है. इसलिए, मैं इसे आसान नहीं बना सकता.
गुरप्रीत को इस साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई का दावेदार माना जा रहा है.
प्रतियोगिता 10 भार श्रेणियों में आयोजित की जाएगी, जिसमें शनिवार को 300 से अधिक पहलवानों बीच प्रतिस्पर्धा होगी.
2019 ओलंपिक क्वालीफाइंग साइकिल में, भारत के शीर्ष ग्रीको रोमन पहलवानों ने अभी तक ओलंपिक के लिए कोई कोटा स्थान अर्जित नहीं किया है. हालांकि, फ्रीस्टाइल में भारत ने रवि दहिया (57 किग्रा), बजरंग पुनिया (65 किग्रा), दीपक पुनिया (86 किग्रा) और महिला वर्ग में विनेश फोगाट (53 किग्रा) के माध्यम से चार कोटा स्थान भारत को मिल चुके हैं.