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अगर मैं ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल नहीं लाई तो कौन लाएगा : मैरी कॉम

मैरी ने कहा, 'मैं अपनी वेट कैटगरी बदलती रहती हूं क्योंकि अगर मैं ओलिंपिक कैटेगरी में नहीं रहूंगी तो देश के लिए गोल्ड मेडल कौन जीतेगा. मेरे जैसे अलग तरह का बॉक्सर नहीं है, और मुझ जैसा बनने में उन लोगों को बहुत समय लगेगा.'

Mary Kom
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Published : Nov 22, 2019, 12:29 PM IST

नई दिल्ली : छह बार की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर वो देश के लिए ओलंपिक मेडल नहीं लाएंगी तो कौन लाएगा.

मैरी ने कहा, 'मैं अपनी वेट कैटगरी बदलती रहती हूं क्योंकि अगर मैं ओलिंपिक कैटेगरी में नहीं रहूंगी तो देश के लिए गोल्ड मेडल कौन जीतेगा. मेरे जैसे अलग तरह का बॉक्सर नहीं है, और मुझ जैसा बनने में उन लोगों को बहुत समय लगेगा.'

Mary Kom , मैरी कॉम
मैरी कॉम
इस साल मैरी एआईबीए वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने से रह गई. इसके बावजूद भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन ने उन्हें ओलिंपिक क्वालिफायर में भेजने का फैसला लिया था लेकिन मैरीकॉम की वेट कैटगरी की दूसरी भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन ने इस पर अपत्ति जताई थी. जिसके बाद एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए मैरी ने कहा कि सिर्फ वो ही भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत सकती हैं.मैरी कॉम ने निखत जरीन की ओर इशारा करते हुए कहा, 'युवा बॉक्सर कोई छोटा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लेते हैं और खुद को बड़ा स्टार मान लेते हैं. ऐसे टूर्नामेंट जिनमें मैं हिस्सा भी लेना नहीं चाहती. मेरे पास आठ वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल हैं बस बल्कि ओलिंपिक मेडल नहीं है और मैं उसी वजह से अब तक खेल रही हूं.' उन्होंने आगे कहा, 'अगर युवा बॉक्सर्स अपना घमंड नहीं छोड़ेंगे तो कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे.'ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाले सवाल पर मैरीकॉम ने कहा कि उनका ध्यान पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने पर है उसके बाद ही वो मेडल के बारे सोचेंगी.

नई दिल्ली : छह बार की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर वो देश के लिए ओलंपिक मेडल नहीं लाएंगी तो कौन लाएगा.

मैरी ने कहा, 'मैं अपनी वेट कैटगरी बदलती रहती हूं क्योंकि अगर मैं ओलिंपिक कैटेगरी में नहीं रहूंगी तो देश के लिए गोल्ड मेडल कौन जीतेगा. मेरे जैसे अलग तरह का बॉक्सर नहीं है, और मुझ जैसा बनने में उन लोगों को बहुत समय लगेगा.'

Mary Kom , मैरी कॉम
मैरी कॉम
इस साल मैरी एआईबीए वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने से रह गई. इसके बावजूद भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन ने उन्हें ओलिंपिक क्वालिफायर में भेजने का फैसला लिया था लेकिन मैरीकॉम की वेट कैटगरी की दूसरी भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन ने इस पर अपत्ति जताई थी. जिसके बाद एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए मैरी ने कहा कि सिर्फ वो ही भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत सकती हैं.मैरी कॉम ने निखत जरीन की ओर इशारा करते हुए कहा, 'युवा बॉक्सर कोई छोटा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लेते हैं और खुद को बड़ा स्टार मान लेते हैं. ऐसे टूर्नामेंट जिनमें मैं हिस्सा भी लेना नहीं चाहती. मेरे पास आठ वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल हैं बस बल्कि ओलिंपिक मेडल नहीं है और मैं उसी वजह से अब तक खेल रही हूं.' उन्होंने आगे कहा, 'अगर युवा बॉक्सर्स अपना घमंड नहीं छोड़ेंगे तो कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे.'ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाले सवाल पर मैरीकॉम ने कहा कि उनका ध्यान पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने पर है उसके बाद ही वो मेडल के बारे सोचेंगी.
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अगर मैं ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल नहीं लाई तो कौन लाएगा : मैरी कॉम



नई दिल्ली : छह बार की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर मैरी कॉम ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर वो देश के लिए ओलंपिक मेडल नहीं लाएंगी तो कौन लाएगा.

मैरी ने कहा, 'मैं अपनी वेट कैटगरी बदलती रहती हूं क्योंकि अगर मैं ओलिंपिक कैटेगरी में नहीं रहूंगी तो देश के लिए गोल्ड मेडल कौन जीतेगा. मेरे जैसे अलग तरह का बॉक्सर नहीं है, और मुझ जैसा बनने में उन लोगों को बहुत समय लगेगा.'

इस साल मैरी एआईबीए वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने से रह गई. इसके बावजूद भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन ने उन्हें ओलिंपिक क्वालिफायर में भेजने का फैसला लिया था लेकिन मैरीकॉम की वेट कैटगरी की दूसरी भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन ने इस पर अपत्ति जताई थी. जिसके बाद एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए मैरी ने कहा कि सिर्फ वो ही भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत सकती हैं.

मैरी कॉम ने निखत जरीन की ओर इशारा करते हुए कहा, 'युवा बॉक्सर कोई छोटा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लेते हैं और खुद को बड़ा स्टार मान लेते हैं. ऐसे टूर्नामेंट जिनमें मैं हिस्सा भी लेना नहीं चाहती. मेरे पास आठ वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल हैं बस बल्कि ओलिंपिक मेडल नहीं है और मैं उसी वजह से अब तक खेल रही हूं.'

 उन्होंने आगे कहा, 'अगर युवा बॉक्सर्स अपना घमंड नहीं छोड़ेंगे तो कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे.'

ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाले सवाल पर मैरीकॉम ने कहा कि उनका ध्यान पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने पर है उसके बाद ही वो मेडल के बारे सोचेंगी.


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