नई दिल्ली : थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्ण और कोरिया की अन सियंग रविवार को इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के अपने वर्ग में दो बार के विश्व चैंपियन को हराकर क्रमश: पुरूष और महिला एकल के विजेता बने.
-
A brilliant performance from Kunlavut Vitisarn 🇹🇭 saw him take down the formidable @ViktorAxelsen 🇩🇰, who'd won his last 13 finals.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023https://t.co/pXqYnQgYWq
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">A brilliant performance from Kunlavut Vitisarn 🇹🇭 saw him take down the formidable @ViktorAxelsen 🇩🇰, who'd won his last 13 finals.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023https://t.co/pXqYnQgYWq
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023A brilliant performance from Kunlavut Vitisarn 🇹🇭 saw him take down the formidable @ViktorAxelsen 🇩🇰, who'd won his last 13 finals.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023https://t.co/pXqYnQgYWq
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023
कुनलावुत ने पुरूष एकल फाइनल में दो बार के विश्व चैंपियन और ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन को जबकि युवा खिलाड़ी अन सियंग ने महिला एकल फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन अकाने यामागुची को पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मात दी. कुनलावुत ने डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन को 64 मिनट में 22-20, 10-21, 21-12 से शिकस्त देकर अपना पहला सुपर 750 टूर्नामेंट खिताब हासिल किया.
-
No.1 seed Viktor Axelsen 🇩🇰 and Kunlavut Vitidsarn 🇹🇭 lock horns in a repeat of last year’s World Championships final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/mBxp0pchH5
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">No.1 seed Viktor Axelsen 🇩🇰 and Kunlavut Vitidsarn 🇹🇭 lock horns in a repeat of last year’s World Championships final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/mBxp0pchH5
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023No.1 seed Viktor Axelsen 🇩🇰 and Kunlavut Vitidsarn 🇹🇭 lock horns in a repeat of last year’s World Championships final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/mBxp0pchH5
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023
वहीं 20 साल की अन सियंग ने यामागुची के खिलाफ लगातार हार के सिलसिले को तोड़ते हुए दुनिया की नंबर एक जापानी खिलाड़ी को 72 मिनट तक चले महिला एकल फाइनल में 15-21 21-16 21-12 से मात दी. इस तरह वह इंडिया ओपन जीतने वाली पहली कोरियाई खिलाड़ी भी बन गईं. पिछले हफ्ते भी मलेशिया ओपन में इसी तरह के तीन गेम का फाइनल हुआ था लेकिन वह इस मुकाबले में यामागुची से हार गई थीं.
-
World No.1 Akane Yamaguchi 🇯🇵 and No.2 seed An Se Young 🇰🇷 clash in a repeat of last week's final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/VDCus01gdM
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">World No.1 Akane Yamaguchi 🇯🇵 and No.2 seed An Se Young 🇰🇷 clash in a repeat of last week's final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/VDCus01gdM
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023World No.1 Akane Yamaguchi 🇯🇵 and No.2 seed An Se Young 🇰🇷 clash in a repeat of last week's final.#BWFWorldTour #IndiaOpen2023 pic.twitter.com/VDCus01gdM
— BWF (@bwfmedia) January 22, 2023
वहीं पुरूष युगल का खिताब लियांग वेई केंग और वांग चांग की जोड़ी के नाम रहा. इस जोड़ी का यह दूसरा विश्व टूर खिताब रहा, उन्होंने पिछले साल जापान ओपन में यही ट्राफी हासिल की थी. दुनिया की 11वें नंबर की जोड़ी ने पुरूष युगल एकल फाइनल आरोन चिया और सोह वूई यिक की तीसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को 14-21 21-19 21-18 से पराजित किया.
वहीं दो युगल मैच नहीं हो सके क्योंकि बीमार होने के कारण चीन के दो खिलाड़ियों को हटना पड़ा. वांग यि लियू (हुआंग डोंग पिंग के साथ मिश्रित युगल खेलने वाली) और चेन किंग चेन (महिला युगल फाइनल में जिया यि फिन के साथ खेलने वाली) को डायरिया के कारण अपने मैचों से हटना पड़ा.
इस तरह जापान की युटा वाटानबे और अरिसा हिगाशिनो की जोड़ी ने मिश्रित युगल खिताब जीत लिया. वहीं महिला युगल का खिताब भी जापान की नामी मातसुयामा और चिहारू शिदा की जोड़ी के नाम रहा.
मुकाबले के बाद अन सियंग ने कहा, मैं जानती थी कि मैच लंबा चलेगा. इसलिए मैंने अपने दिमाग को पहले से ही तैयार कर लिया था. इस जीत से वह जापानी खिलाड़ी के खिलाफ जीत के अंतर को कम करके 6-10 करने में सफल रहीं.
अन सियंग को 2017 में राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया था, तब वह 15 साल की थीं. वह विश्व जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता मिश्रित टीम का हिस्सा बनीं और 2018 में उबेर कप में कोरिया को कांस्य पदक दिलाने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. उनके नाम 11 विश्व टूर खिताब हैं और एक विश्व चैंपियनशिप का कांस्य पदक है जिससे वह कोरिया की ओलंपिक में बड़ी उम्मीद बनती जा रही हैं.