देहरादून: टीम इंडिया के क्रिकेटर विराट कोहली और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा इन दिनों आध्यात्म और आंतरिक शांति की खोज में हैं. कपल को साधु-संतों और गुरुओं के बीच देखा जा रहा है. बीते महीने अनुष्का और विराट को वृंदावन में देखा गया था. उसके बाद दोनों पति-पत्नी नैनीताल के नीम करौली धाम भी पहुंचे थे. वहीं, अब कपल को ऋषिकेश में देखा गया, जहां वो पीएम नरेंद्र मोदी के गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम पहुंचे हैं. इस दौरान उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि दोनों पारिवारिक और आध्यात्मिक यात्रा पर हैं.
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और पूर्व कप्तान विराट कोहली इस समय न्यूजीलैंड के साथ खेली जा रही टी20 सीरीज का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें इस सीरीज में आराम दिया गया है. विराट कोहली फिलहाल क्रिकेट से मिले ब्रेक का फायदा उठा रहे हैं. कोहली अपनी पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ बीते 40 दिनों से धार्मिक यात्राएं कर रहे हैं और साधु-संतों से आशीर्वाद ले रहे हैं. कुछ लोग कहते हैं कि इन धार्मिक यात्राओं की वजह से ही खराब फॉर्म में चल रहे कोहली एक बार फिर उसी अंदाज में खेल रहे हैं, जैसा उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में खेला था.
ऋषिकेश के आश्रम में शक्ति का केंद्र: 30 जनवरी को विराट और अनुष्का को ऋषिकेश के शीशम झाड़ी में देखा गया. जहां वो पीएम नरेंद्र मोदी के गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम पहुंचे. इस दौरान विराट और अनुष्का ने धार्मिक अनुष्ठान भी किए और ब्रह्मलीन दयानंद सरस्वती की समाधि के दर्शन करते हुए गंगा आरती में भी शामिल हुए. इस मौके पर वामिका भी अपने माता-पिता के साथ थीं. बता दें कि, दयानंद सरस्वती ने इस आश्रम का निर्माण कार्य 1963 में शुरू किया, जो 1982 में पूरा हुआ. इस आश्रम में कई लोग योग साधना के लिए भी आते हैं.
PM मोदी के भी गुरु रहे हैं दयानंद गिरि: स्वामी दयानंद गिरि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी गुरु रहे हैं. सितंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे. आश्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने के दयानंद गिरि के इस आश्रम को प्रसिद्धि मिली थी. जिसके बाद कई दिग्गज यहां शिरकत कर चुके हैं. इस आश्रम में धरेश्वर मंदिर की अलग महिमा बताई जाती है. स्वामी दयानंद सरस्वती जब तक इस आश्रम में रहे, तब तक नरेंद्र मोदी भी कई बार इस आश्रम में आ चुके हैं. कहा जाता है कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी स्वामी दयानंद सरस्वती से उस वक्त मिले थे, जब वह उत्तराखंड में एक बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम करते थे. तब से ही उनके ऊपर संत स्वामी दयानंद की कृपा बनी रही. इतना ही नहीं फिल्म अभिनेता और सुपरस्टार रजनीकांत भी कई बार इस आश्रम में आकर ध्यान लगा चुके हैं.
वृंदावन धाम में भक्त विराट कोहली अनुष्का: 6 जनवरी को विराट कोहली और अनुष्का शर्मा बेटी वामिका के साथ वृंदावन के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने संत परमानंद महाराज का प्रवचन सुना और उनसे आशीर्वाद भी लिया था. परमानंद महाराज भी वृंदावन के जाने-माने संत हैं. कहा जाता है कि 22 साल की उम्र से उनकी किडनी खराब है. बावजूद इसके उनके चेहरे का तेज बरकरार है और लंबे समय तक भिक्षा मांग कर ही उन्होंने अपना जीवन यापन किया. परमानंद महाराज बहुत कम उम्र में घर बार छोड़कर भगवान की भक्ति में लीन हो गए. उनकी महिमा और कृपा के कारण ही आज लाखों की तादाद में उनके भक्त हैं.
कैंची धाम पहुंचे थे विराट और अनुष्का: 17 नवंबर 2022 को विराट कोहली और अनुष्का नैनीताल के विश्व प्रसिद्ध नीम करौली धाम पहुंचे थे और मंदिर में एक घंटे के करीब वक्त बिताया और नीम करौली बाबा के दर्शन किए. दोनों ने इस दौरान मंदिर में मौजूद कुछ स्टाफ के लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई. इस दौरान एक सप्ताह तक वे नैनीताल में ही रहे. यहां विराट कोहली ने बाबा के सभी मंदिरों में दर्शन किए. इसके बाद मैदान पर लौटते ही मंगलवार 10 जनवरी को उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 87 गेंद पर 113 रन की विस्फोटक पारी खेली. वहीं, तीसरे वनडे में भी कोहली ने 166 रन की जबरदस्त पारी खेली थी. विराट कोहली ने अपने इस शतक के साथ सचिन के एक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है. विराट कोहली अब भारतीय सरजमीं पर टीम इंडिया के लिए वनडे फॉर्मेट में सबसे अधिक शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.
बाबा नीम करौली के भक्त केवल भारत में ही नहीं हैं, बल्कि विदेशों में भी मौजूद है. जिनमें मुख्य रूप से अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स, स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग शामिल हैं. इतना ही नहीं ये सभी लोग बाबा के कैंची धाम आकर उनकी समाधि के दर्शन कर चुके हैं. ऐसा बताय जाता है की जब जुकरबर्ग फेसबुक बेचने को लेकर कन्फ्यूजन में थे, तब स्टीव जॉब्स ने उन्हें कैंची धाम जाने को कहा था. यह तक कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स को एप्पल के लोगो का आइडिया बाबा के कैंची धाम आने के बाद आया था.
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क्यों संतों की शरण में विराट-अनुष्का: धर्माचार्य प्रदीप जोशी कहते हैं कि विराट और अनुष्का दोनों एक दम सही मार्ग पर हैं. किसी भी व्यक्ति को अगर भगवान से जुड़ना है तो उसे किसी गुरु या संत की शरण में जाना ही पड़ेगा. संत और गुरु ही भगवान की भक्ति और भगवान के आशीर्वाद तक पहुंचने में सहायक होते हैं और दोनों यही कर रहे हैं. जरूरी नहीं कि संत जीवित है तभी वो शक्ति और भक्ति का कारक होंगे. उनके चले जाने के बाद भी उनका आशीर्वाद और उनके विचार लोगों को प्रेरित करते हैं.
UN ने अवॉर्ड दिया था: स्वामी दयानंद गिरि का सितंबर 2015 में निधन हो गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो ऋषिकेश में दयानंद सरस्वती आश्रम और कोयंबटूर में अर्श विद्या गुरुकुलम के शिक्षक थे. वो शंकर परंपरा के वेदांत और संस्कृत के शिक्षक थे. उन्होंने करीब 50 सालों तक देश और विदेश में वेदांत की शिक्षा दी. दयानंद गिरि ने साल 2000 में ऑल इंडिया मूवमेंट फॉर सेवा संस्था की स्थापना की थी. साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से उन्हें अवॉर्ड भी मिला था.