आगरा: आगरा पुलिस ने खेलो इंडिया गेम्स के फर्जी विज्ञापन मामले में जांच शुरू कर दी है. इस विज्ञापन में खिलाड़ियों से खेलो इंडिया गेम्स में हिस्सा लेने के लिए पैसों की मांग की जा रही थी. इस बात का पता चलने पर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने शहर में एफआईआर दर्ज कराई और अब इस मामले में जांच शुरू हो चुकी है. शहर के एसएसपी बबलू कुमार ने कहा कि ये केस अब सायबर सेल के पास जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, बाह तहसील से एक शख्स ने सोशल मीडिया पर एक फर्जी विज्ञापन डाला था और खिलाड़ियों से पंचकुला में अगले साल होने वाले खेलो इंडिया गेम्स में हिस्सा लेने के लिए संपर्क करने को कहा था.
साई ने उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और अगरा के जिला न्यायाधीश (डीएम) से इसकी शिकायत की और एफआईआर दर्ज करा तत्काल प्रभाव से कदम उठाने की मांग की.
साई को इस बात की जानकारी तब मिली जब केरल के कुछ खिलाड़ियों ने कहा कि आगरा स्थिति पटना का रहने वाला एक शख्स खेलो इंडिया गेम्स में हिस्सा लेने के लिए पैसों की मांग कर रहा है.
साई ने डीजीपी को चार नवंबर को पत्र लिख बताया था कि वो एक शख्स खेलो इंडिया में चयन के नाम पर खिलाड़ियों से पैसे ऐंठ रहा है.
ये पता चला है कि आरोपी खिलाड़ियों से विज्ञापन पर लिखे नंबर पर उससे संपर्क करने को कहता था और खिलाड़ियों को एक फर्जी फॉर्म भरने को भी कहता था. एक खिलाड़ी की मां से जब एंजेसी ने इस मामले में संपर्क किया तो उन्होंने माना कि उनसे कैम्प में हिस्सा लेने के लिए 6000 रुपये की मांग की गई थी.
इसी बीच हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने गुरुवार को कहा था कि सरकार की तरफ से खेलो इंडिया गेम्स-2021 में हिस्सा लेने के लिए किसी तरह की फीस नहीं ले जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी शख्स या कंपनी खेलो इंडिया-2021 में हिस्सा लेने के लिए पैसे मांगता है तो उसके खिलाफ शिकायत की जाए.
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