नई दिल्ली: तीन बार के पैरालंपिक पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया को इस साल के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के चयन समिति में शामिल किया गया है. जबकि उच्चतम न्यायालय के रिटायर्ड न्यायाधीश और जस्टिस मुकुंदकम शर्मा को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, अनुभवी मुक्केबाज सविता देवी, हॉकी कोच बलदेव सिंह, पूर्व राइफल शूटर अंजली भागवत और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद को भी चयन समिति में शामिल किया गया है.
झाझरिया ने आईएएनएस से कहा, मुझे बहुत खुशी है कि मुझे खेल मंत्रालय ने इस काबिल समझा. मेरे लिए यह गर्व की बात है.
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झाझरिया ने हाल में ही संपन्न हुए टोक्यो पैरालंपिक 2020 में रजत पदक जीता था. इससे पहले उन्होंने साल 2004 और 2016 में स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे. चयन समिति अब कुछ दिनों के भीतर मिलकर विजेताओं की घोषणा करेगी. इस साल सरकार ने खेल पुरस्कार समारोह को देरी से कराने का फैसला किया था.
सरकार ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों खेलों के समाप्त होने का इंतजार कर रही थी. चयन समिति में भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और पत्रकार विक्रांत गुप्ता और विजय लोकपल्ली भी शामिल हैं.
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देश के लिए ओलंपिक में इस साल सबसे अधिक सात पदक आए, जबकि पैरालंपिक में पांच स्वर्ण सहित 19 पदक आए. इस साल राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न कर दिया गया है.
खेल रत्न में 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है, जबकि अर्जुन अवॉर्ड विजेता को 15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है. कोचों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार है. वार्षिक सम्मान में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और साल 2021 के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी भी शामिल है.