बीजिंग: अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर बोलने वाले खिलाड़ियों के विचारों का सम्मान करती है. आईओसी के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी.
अमेरिका में पुलिस हिरासत में हुए फ्लॉयड नाम के अश्वेत शख्स की मौत के बाद कई खिलाड़ियों ने अपनी आवाज उठाई है और नस्लभेद के खिलाफ शुरू हुए ब्लैक लाइव्स मैटर (अश्वेत लोगों की जिंदगी मायने रखती है) मूवमेंट को अपना समर्थन दिया है.
समाचार एजेंसी ने आईओसी के प्रवक्ता के हवाले से लिखा है, "आईओसी पूरी तरह से खिलाड़ियों के सोशल मीडिया और मीडिया में अपनी बात रखने का सम्मान करती है. यह उनका निजी अधिकार है. यह ऐसा अधिकार है जिसका हम पूरी तरह से समर्थन करते हैं."
अमेरिका ओलंपिक समिति और पैरालंपिक समिति ने भी इस मुद्दे के साथ संवेदना जाहिर की है. प्रवक्ता ने कहा, "आईओसी खेल के माध्यम से पूरे विश्व को एक साथ लाने के मिशन को जारी रखेगी."
फ्लॉयड की मौत के कारण पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और दुनिया भर से इस मुद्दे को समर्थन मिल रहा है. वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी और क्रिस गेल ने भी फ्लॉयड के निधन पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
पुलिस हिरासत में फ्लॉयड की मौत पर कई हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है, इनमें मौजूदा फॉर्मूला वन चैंपियन लुइस हेमिल्टन, एनबीए के महान खिलाड़ी माइकल जॉर्डन और युवा महिला टेनिस खिलाड़ी कोको गॉफ शामिल हैं.
इसके अलावा विश्व फुटबॉल की नियामक संस्था-फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने कहा है कि जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में मैचों के दौरान प्रदर्शन करने वाले बुंदेसलीगा के खिलाड़ी सजा नहीं बल्कि तारीफ के पात्र हैं.
इन्फेंटिनो ने एक बयान में कहा, "संदेह से बचने के लिए, हाल में बुंदेसलीगा मैचों में खिलाड़ियों द्वारा किए गए प्रदर्शनों को फीफा द्वारा सराहा जाएगा, न कि उन्हें दंडित किया जाएगा."
बता दें कि फ्लॉयड की मौत के बाद उपजे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस घटना में शामिल चार पुलिसकर्मियो को निलंबित कर दिया गया है और रेक चोविन नाम के श्वेत पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर तीन डिग्री हत्या का आरोप लगाया गया है.