नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाख को सोमवार को प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार दिया गया. IOC ने एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी.
बाख ने लुसाने से वर्चुअली इस समारोह में हिस्सा लिया. उनकी जगह ये अवॉर्ड संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून ने ग्रहण किया.
इस पुरस्कार के साथ बाख को 2,00,000 डालर मिलेंगे. इस राशि को बाख ओलंपिक शरणर्थी फाउंडेशन में दान में देंगे.
बाख ने कहा, "ये पुरस्कार पूरे IOC और पूरे ओलंपिक मूवमेंट का है. उनके बिना थके किए गए काम और पूरे विश्व से मिले समर्थन के बिना ये मुमकिन नहीं था."
बाख ने रियो ओलंपिक-2016 में शरणार्थी खिलाड़ियों की टीम बनाई थी.
बाख ने कहा, "शरणार्थी खिलाड़ियों ने वैश्विक दर्शकों को ये बताया कि हम सभी इंसानियत का हिस्सा हैं. उनका ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेना साफ संदेश था कि हम सभी इंसान हैं."
बता दें कि इससे पहले कोविड के चलते हुए ओलंपिक खेलों की तारीखों में बदलाव के बाद थॉमस बाख ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि कोविड-19 के कारण देश टोक्यो ओलंपिक से नाम वापस नहीं लेंगे और खिलाड़ियों का टेस्ट अगर निगेटिव आता है तो उन्हें भी परेशानी नहीं होगी.
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टोक्यो ओलंपिक इस साल 24 अगस्त से 9 अगस्त के बीच होने थे, लेकिन कोविड़-19 के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया था. अब ये खेल 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच खेले जाएंगे. दुनियाभर के स्वास्थ विशेषज्ञों ने इन खेलों के अगले साल होने पर भी शंका जताई है.