मैसुरू: भारत के शीर्ष पैरा-एथलीट 26 से 28 मार्च के बीच होने वाली राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में इसी साल टोक्यो में होने वाले पैरालम्पिक खेलों का टिकट पाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आएंगे. इस चैम्पियनशिप में पैरालम्पिक पदकधारी थंगावेलू मरियाप्पन, विश्व रिकार्डधारी संदीप चौधरी और दो बार के विश्व चैम्पियन सुंदर सिंह गुर्जर प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे.
ये टूर्नामेंट अंतरराष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति (आईपीसी) से मान्यता प्राप्त है और साथ ही टोक्यो पैरालम्पिक के लिए इस साल का आखिरी क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट भी है.
पैरालम्पिक खेलों के क्वालीफिकेशन की अंतिम तिथि एक अप्रैल 2020 है. अलग-अलग देशों के 1600 खिलाड़ियों के इन खेलों में हिस्सा लेने की उम्मीद है.
ये चैम्पियनशिप साथ ही नव गठित भारतीय पैरालम्पिक समिति के तत्वाधान में आयोजित होने वाली पहली चैम्पियनशिप होगी. खेल मंत्रालय ने सितंबर में इस संगठन की मान्यता रद्द कर दी थी.
रियो पैरालम्पिक-2016 की स्वर्ण पदक विजेता दीपा मलिक को इसका नया अध्यक्ष बनाया गया है.
भारत ने दुबई में 2019 में हुई वर्ल्ड पैरा एथलीट चैम्पियनशिप में टोक्यो के लिए 13 स्थान पक्के कर लिए थे.
इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता को अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) से मान्यता प्राप्त है ओर टोक्यो पैरालंपिक खेल 2020 के लिये क्वालीफाईंग स्थान हासिल करने के लिये अंतिम प्रतियोगिता होने के कारण यह महत्वपूर्ण बन गयी है.
पैरा एथलीटों के लिये टोक्यो 2020 क्वालीफिकेशन की अंतिम तिथि एक अप्रैल है. भारत पिछले साल नवंबर में दुबई में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के जरिए पहले ही टोक्यो खेलों के लिये 13 कोटा हासिल कर चुका है. देश के लगभग 1600 एथलीटों के इस प्रतियोगिता में भाग लेने की संभावना है.