नई दिल्ली : भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों की तैयारियां जोरों पर हैं. सितंबर में आगामी हांगझाऊ एशियाई खेलों का आयोजन होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट दोनों भारतीय टीमें स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए सीधी योग्यता हासिल करने की कोशिश कर रही हैं. पुरुष टीम चेन्नई में आगामी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 में खेलेगी. इस इवेंट में मेन्स टीम का उनका मुकाबला दक्षिण कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और चीन से होगा. एशियाई खेलों से पहले एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता होगी. मुख्य कोच क्रेग फल्टन के नेतृत्व में शिविरों में कठोर ट्रेनिंग के अलावा हॉकी इंडिया ने पुरुष टीम के लिए मानसिक कंडीशनिंग विशेषज्ञ पैडी अप्टन की सेवाएं भी ली हैं.
पुरुष टीम के गोलकीपरों के लिए नीदरलैंड के प्रसिद्ध हॉकी गोलकीपिंग कोच डेनिस वान डी पोल के साथ विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार कप्तान हरमनप्रीत सिंह के हवाले से कहा गया है कि 'जैसे-जैसे हम 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के करीब पहुंच रहे हैं. हमारे पास महत्वपूर्ण मैच आने वाले हैं. हम अपने आगामी दौरे को लेकर उत्साहित हैं. क्योंकि यह हमें गुणवत्तापूर्ण टीमों के खिलाफ खेलने का शानदार मौका भी देता है. ये मैच हमारे लिए महत्वपूर्ण होंगे. क्योंकि हम इस साल के अंत में होने वाले हांगझाऊ एशियाई खेलों की तैयारी कर रहे हैं. हम जानते हैं कि क्या दांव पर लगा है और हम कुछ भी हल्के में नहीं ले रहे हैं'.
महिला टीम ने पिछले कुछ वर्षों में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं. टीम 2020 टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही थी. 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता और 2022 नेशंस कप में विजयी हुई. इस महीने की शुरुआत में भारतीय महिलाओं ने जर्मनी में जर्मनी और चीन के खिलाफ मैच खेले थे. टीम फिलहाल 25 से 30 जुलाई तक स्पेनिश हॉकी फेडरेशन की 100वीं वर्षगांठ पर आयोजित इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए स्पेन में है. कप्तान सविता पुनिया ने कहा कि खिलाड़ी शीर्ष पर रहने के लिए पहले से कहीं अधिक प्रेरित और दृढ़ हैं. टीम की सभी खिलाड़ी जानती हैं कि 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए सीधे योग्यता हासिल करने के लिए हमें हांगझाऊ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना होगा. हमें उम्मीद है कि हम उसी निरंतरता और फॉर्म को बनाए रखेंगे जैसा कि हम अब तक करते आए हैं.
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- (आईएएनएस)