ETV Bharat / sports

बॉक्सर मनोज कुमार और SAI के बीच विवाद जारी, चोटों को छिपाने का है मामला - ओलंपिक पोडियम स्कीम

एशियाई खेलों में हार के बाद लगे आरोपो से दुखी हैं भारतीय बॉक्सर मनोज कुमार. खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चिठ्ठी लिखकर बताई समस्या

MANOJ KUMAR
author img

By

Published : Mar 28, 2019, 5:23 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज मनोज कुमार ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पत्र लिखकर उन आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में चोटों को छिपाया था.

दो बार के राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता, मनोज का वर्तमान में मुंबई में एक गंभीर चोट के लिए इलाज चल रहा है. आपको बता दे कि मनोज ने आरोप लगाया था कि भारतीय खेल प्राधिकरण ने उनके उपचार का भुगतान करने में सहयोग नहीं किया. वही एसएआई ने उस आरोप को अस्वीकार कर दिया और उन पर ही चोटों को छिपाने का आरोप लगाया.

मनोज ने राठौर को लिखे पत्र में कहा कि उनके भाई सह-कोच राजेश राठौड़ पर भी आरोप लगाए गए थे. SAI द्वारा पूर्व में लगाए गए आरोप को खंडन करने के बावजूद भी आरोप लगाए हुए हैं

बॉक्सर मनोज कुमार
बॉक्सर मनोज कुमार


मनोज ने पत्र में लिखा

मैं आरोपों से दुखी हूं और इस बात से हैरान हूं कि मैंने मेरी चोटों को छिपाया मेरा संघर्ष उनके सामने है मैंने कभी कुछ नहीं छुपाया. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है वो अपनी योग्यता के आधार पर हासिल किया हैं. एशियाई खेलों में हार गए और कुछ अन्य लोगों ने मुझे निशाना बनाना शुरु कर दिया.

आपको बता दें कि मनोज ने गोल्ड कोस्ट सीडब्ल्यूजी में कांस्य जीता था लेकिन कुछ महीने बाद एशियाई खेलों में हार गए थे. उसके बाद उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) से हटा दिया गया.

"मैंने हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों को देने कि कोशिश की है. वे वही हैं जो मेरे इलाज के लिए मेरे पास विस्तारित वित्तीय सहायता के बारे में झूठ बोलते उन्होंने कहा कि "ये अधिकारी अपना काम करने के बजाय मुझे गलत साबित करने पर तुले हुए हैं."

नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज मनोज कुमार ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पत्र लिखकर उन आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में चोटों को छिपाया था.

दो बार के राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता, मनोज का वर्तमान में मुंबई में एक गंभीर चोट के लिए इलाज चल रहा है. आपको बता दे कि मनोज ने आरोप लगाया था कि भारतीय खेल प्राधिकरण ने उनके उपचार का भुगतान करने में सहयोग नहीं किया. वही एसएआई ने उस आरोप को अस्वीकार कर दिया और उन पर ही चोटों को छिपाने का आरोप लगाया.

मनोज ने राठौर को लिखे पत्र में कहा कि उनके भाई सह-कोच राजेश राठौड़ पर भी आरोप लगाए गए थे. SAI द्वारा पूर्व में लगाए गए आरोप को खंडन करने के बावजूद भी आरोप लगाए हुए हैं

बॉक्सर मनोज कुमार
बॉक्सर मनोज कुमार


मनोज ने पत्र में लिखा

मैं आरोपों से दुखी हूं और इस बात से हैरान हूं कि मैंने मेरी चोटों को छिपाया मेरा संघर्ष उनके सामने है मैंने कभी कुछ नहीं छुपाया. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है वो अपनी योग्यता के आधार पर हासिल किया हैं. एशियाई खेलों में हार गए और कुछ अन्य लोगों ने मुझे निशाना बनाना शुरु कर दिया.

आपको बता दें कि मनोज ने गोल्ड कोस्ट सीडब्ल्यूजी में कांस्य जीता था लेकिन कुछ महीने बाद एशियाई खेलों में हार गए थे. उसके बाद उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) से हटा दिया गया.

"मैंने हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों को देने कि कोशिश की है. वे वही हैं जो मेरे इलाज के लिए मेरे पास विस्तारित वित्तीय सहायता के बारे में झूठ बोलते उन्होंने कहा कि "ये अधिकारी अपना काम करने के बजाय मुझे गलत साबित करने पर तुले हुए हैं."

Intro:Body:

नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज मनोज कुमार ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पत्र लिखकर उन आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में चोटों को छिपाया था.



दो बार के राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता, मनोज का वर्तमान में मुंबई में एक गंभीर चोट के लिए इलाज चल रहा है. आपको बता दे कि मनोज  ने आरोप लगाया था कि भारतीय खेल प्राधिकरण ने उनके उपचार का भुगतान करने में सहयोग नहीं किया. वही एसएआई ने उस आरोप को अस्वीकार कर दिया और उन पर ही चोटों को छिपाने का आरोप लगाया.



मनोज ने राठौर को लिखे पत्र में कहा कि उनके भाई सह-कोच राजेश राठौड़ पर भी आरोप लगाए गए थे. SAI द्वारा पूर्व में लगाए गए आरोप को खंडन करने के बावजूद भी आरोप लगाए हुए हैं  

मनोज ने पत्र में लिखा



मैं आरोपों से दुखी हूं और इस बात से हैरान हूं कि मैंने  मेरी चोटों को छिपाया मेरा संघर्ष उनके सामने है मैंने कभी कुछ नहीं छुपाया. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है वो अपनी योग्यता के आधार पर हासिल किया हैं. एशियाई खेलों में हार गए और कुछ अन्य लोगों ने मुझे निशाना बनाना शुरु कर दिया.



आपको बता दें कि मनोज ने गोल्ड कोस्ट सीडब्ल्यूजी में कांस्य जीता था लेकिन कुछ महीने बाद एशियाई खेलों में हार गए थे. उसके बाद उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) से हटा दिया गया.



"मैंने हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों को देने कि कोशिश की है. वे वही हैं जो मेरे इलाज के लिए मेरे पास विस्तारित वित्तीय सहायता के बारे में झूठ बोलते  उन्होंने कहा कि "ये अधिकारी अपना काम करने के बजाय मुझे गलत साबित करने पर तुले हुए हैं."


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.