भुवनेश्वर : जर्मनी 17 साल बाद हॉकी का फिर से चैंपियन बन गया. जर्मनी ने पेनल्टी शूटआउट में बेल्जियम को 5-4 से हराया. 2018 की चैंपियन बेल्जियम को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. पिछले विश्व कप में नीदरलैंड्स दूसरे स्थान पर था जो इस बार तीसरे नंबर पर खिसक गया है. विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी जेरेमी हेवर्ड सबसे ज्यादा नौ गोल कर टॉप पर हैं. उन्होंने नौ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला.
दूसरे नंबर पर रहे टॉम बून
हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) में दूसरे नंबर पर गोल दागने में बेल्जियम के टॉम बून (Tom Boon) रहे. उन्होंने छह मुकाबलों में आठ गोल किये. बून ने चार फील्ड, तीन पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टू शूटआउट गोल किया. फ्रांस के विक्टर शार्लेट छह मुकाबलों में आठ गोल कर तीसरे स्थान पर रहे. नीदरलैंड्स के जिप जानसेन छह मैच में आठ गोल कर चौथे और थियरी ब्रिंकमैन सात गोल कर पांचवें स्थान पर रहे. भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) छह मैच में चार गोल 20वें और अभिषेक तीन गोल कर 21वें स्थान पर रहे.
नीदरलैंड्स सबसे ज्यादा गोल करने वाला देश
विश्व कप में कुल 249 गोल दागे गये. इस दौरान 143 फील्ड, 94 पेनल्टी कॉर्नर और 12 पेनल्टी स्ट्रोक के जरिए गोल हुए. विश्व कप में 85 बार ग्रीन कार्ड और 30 बार येलो कार्ड दिखाए गए. मुकाबलों के दौरान किसी भी खिलाड़ी को रेड कार्ड नहीं दिखाये जाने का रिकार्ड बना. विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल नीदरलैंड्स ने दागे. द ऑरेंज छह मुकाबलों में कुल 32 गोल कर टॉप पर है. अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया 28-28 गोल कर दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. जर्मनी 26 गोल ठोक कर चौथे स्थान पर रहा. वहीं भारत 22 गोल कर पांचवें स्थान पर है.