ETV Bharat / sports

हेमिल्टन के नाम रही एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप की 1000वीं रेस - एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप

मर्सिडीज टीम के ब्रिटिश चालक लुइस हेमिल्टन ने रविवार को शंघाई इंटरनेशनल सर्किट पर आयोजित चाइनीज ग्रां प्री रेस जीतकर अपना नाम इस खेल के इतिहास में अमर कर लिया.

Lewis Hamilton
author img

By

Published : Apr 14, 2019, 3:07 PM IST

नई दिल्ली : ये एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप इतिहास की 1000वीं रेस थी. हेमिल्टन ने 900वीं रेस भी जीती थी और वह अब तक मौजूदा चालकों में सबसे अधिक 75 बार पहला स्थान हासिल कर चुके हैं.

देखिए वीडियो
एफ-1 इतिहास में ब्रिटिश चालकों का बोलबाला रहा है. 1000 में से 279 बार ब्रिटेन के चालकों ने रेस में पहला स्थान हासिल किया है. इनमें 75 जीत के साथ हेमिल्टन सबसे आगे हैं. वैसे एफ-1 इतिहास में सबसे अधिक जीत का रिकार्ड जर्मनी के चालक माइकल शूमाकर के नाम है. शूमाकर ने कुल 91 रेस जीती है. जर्मन चालक 178 बार पहला स्थान हासिल करने में सफल रहे हैं.

हेमिल्टन के बाद इन चालकों ने मारी बाजी

ब्रिटिश चालकों की बात करें तो हेमिल्टन के बाद निगेल मैंशेल ने 31, जैकी स्टीवार्ट ने 27, जिम क्लार्क ने 25, डेमन हिल ने 22, स्टर्लिग मॉस ने 16, जेनसन बटन ने 15, ग्राहम हिल ने 14, डेविड कोर्टलैंड ने 13, जेम्स हंट ने 10, टोनी ब्रूक्स ने 6, जॉन सर्टीस ने 6, जॉन वॉटसन ने 5, एडी इर्विन ने 4, माइक हॉथॉर्न ने 3, पीटर कोलिंस ने 3, जॉनी हर्बर्ट ने तीन, इनेस आयरलैंड और पीटर गेटहिन ने एक-एक रेस जीती है.

जर्मन चालक

जर्मन चालकों की बात करें तो शूमाकर ने 91, शंघाई में तीसरे स्थान पर रहे सबास्टियन विटेल ने 52, निको रोसबर्ग ने 23, राल्फ शूमाकर ने 6, हेंज फ्रेंटजेन ने 3, वूल्फगैंग ट्रिप्स ने दो और जोचेन मास ने एक रेस जीती है. एफ-1 इतिहास में सिर्फ ब्रिटेन, जर्मनी और ब्राजील के चालक 100 से अधिक रेसें जीत सके हैं. ब्राजील की बात करें तो उसके एफ-1 आयकन एर्टन सेना ने 41 बार पहला स्थान हासिल किया है जबकि नेल्सन पिग्वेट ने 23, एमर्सन फिट्टीपाल्डी ने 14, रुबेंस बारीचेलो ने 11, फिलिप मासा ने 11 और कार्लोस पेस ने 1 एक रेस जीती है.

ट्वीट
ट्वीट

फ्रांसीसी चालक

इसके बाद फ्रांसीसी चालकों का स्थान आता है. फ्रांस के लिए एलेन प्रॉस्ट ने सबसे अधिक 51 बार पहला स्थान हासिल किया है. इसके बाद रेने एर्नाक्स ने सात, जेक्विस लेफिट ने 6, दिदिर पिरोनी ने 3, मौरिस टिंटिंगनैंट ने दो, पैट्रिक डैपैलियर, जीन जाबोल, पैट्रिक टैम्बे ने दो-दो, फ्रांकोइस केवर्ट, जीन बेल्टोइस, जीन एलीसी और ओलीवर पेनिस ने एक-एक रेस जीती है.

सबसे अधिक रेस जीतने वाले देशों की सूची में पांचवें स्थान पर फिनलैंड का नाम है, जिसके लिए किमी राइकोनेन ने सबसे अधिक 21 रेस जीती है. शंघाई में रविवार को राइकोनेन नौवें स्थान पर रहे. इसके बाद मीका हेकिनेन ने 20, केके रोसबर्ग ने पांच, इस साल मर्सिडीज के चालक वालटेरी बाटोस ने चार (बाटोस शंघाई में दूसरे स्थान पर रहे) और हिक्की कोवालिनेन ने एक रेस जीती है.

इटली ने 43 बार पहला स्थान हासिल किया

इसके बाद इटली का स्थान है, जिसके चालकों ने 43 बार पहला स्थान हासिल किया है. इनमें अल्बटरे अस्करी (13), रिकाडरे पैट्रिस (6), गिउसेप फारिना (5), मिशेल एल्बोरेटो (5), जियानकार्लो फिस्चिला (3), एलियो एंजेलिस (2), लुइगी फागियोली (1), पिएरो तारफी (1) , लुइगी मुस्सो (1), जियानकार्लो बागेटी (1), लोरेंजो बंदिनी (1), लुडोविको स्कारफीटी (1), विटोरियो ब्रांबिला (1), एलेसेंड्रो बारिनी (1), जर्नो ट्रूली (1) विजेता रहे हैं.

सातवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसके 42 चालकों ने पोडियम पर पहला स्थान पाया है। इनमें जैक ब्रेहम (14), एलन जोन्स (12), मार्क वेबर (9), डैनियल रिकाडरे (7) प्रमुख हैं. चालक के लिहाज से सबसे अधिक जीत का रिकार्ड शूमाकर के नाम रहा है, जो 1991 से 2006 और 2010 से 2012 तक सक्रिय रहे. चाइनीज ग्रां प्री शूमाकर की अंतिम रेस थी। इसके बाद हेमिल्टन (75), विटेल (52), एलेन प्रॉस्ट (51) का स्थान आता है.

नई दिल्ली : ये एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप इतिहास की 1000वीं रेस थी. हेमिल्टन ने 900वीं रेस भी जीती थी और वह अब तक मौजूदा चालकों में सबसे अधिक 75 बार पहला स्थान हासिल कर चुके हैं.

देखिए वीडियो
एफ-1 इतिहास में ब्रिटिश चालकों का बोलबाला रहा है. 1000 में से 279 बार ब्रिटेन के चालकों ने रेस में पहला स्थान हासिल किया है. इनमें 75 जीत के साथ हेमिल्टन सबसे आगे हैं. वैसे एफ-1 इतिहास में सबसे अधिक जीत का रिकार्ड जर्मनी के चालक माइकल शूमाकर के नाम है. शूमाकर ने कुल 91 रेस जीती है. जर्मन चालक 178 बार पहला स्थान हासिल करने में सफल रहे हैं.

हेमिल्टन के बाद इन चालकों ने मारी बाजी

ब्रिटिश चालकों की बात करें तो हेमिल्टन के बाद निगेल मैंशेल ने 31, जैकी स्टीवार्ट ने 27, जिम क्लार्क ने 25, डेमन हिल ने 22, स्टर्लिग मॉस ने 16, जेनसन बटन ने 15, ग्राहम हिल ने 14, डेविड कोर्टलैंड ने 13, जेम्स हंट ने 10, टोनी ब्रूक्स ने 6, जॉन सर्टीस ने 6, जॉन वॉटसन ने 5, एडी इर्विन ने 4, माइक हॉथॉर्न ने 3, पीटर कोलिंस ने 3, जॉनी हर्बर्ट ने तीन, इनेस आयरलैंड और पीटर गेटहिन ने एक-एक रेस जीती है.

जर्मन चालक

जर्मन चालकों की बात करें तो शूमाकर ने 91, शंघाई में तीसरे स्थान पर रहे सबास्टियन विटेल ने 52, निको रोसबर्ग ने 23, राल्फ शूमाकर ने 6, हेंज फ्रेंटजेन ने 3, वूल्फगैंग ट्रिप्स ने दो और जोचेन मास ने एक रेस जीती है. एफ-1 इतिहास में सिर्फ ब्रिटेन, जर्मनी और ब्राजील के चालक 100 से अधिक रेसें जीत सके हैं. ब्राजील की बात करें तो उसके एफ-1 आयकन एर्टन सेना ने 41 बार पहला स्थान हासिल किया है जबकि नेल्सन पिग्वेट ने 23, एमर्सन फिट्टीपाल्डी ने 14, रुबेंस बारीचेलो ने 11, फिलिप मासा ने 11 और कार्लोस पेस ने 1 एक रेस जीती है.

ट्वीट
ट्वीट

फ्रांसीसी चालक

इसके बाद फ्रांसीसी चालकों का स्थान आता है. फ्रांस के लिए एलेन प्रॉस्ट ने सबसे अधिक 51 बार पहला स्थान हासिल किया है. इसके बाद रेने एर्नाक्स ने सात, जेक्विस लेफिट ने 6, दिदिर पिरोनी ने 3, मौरिस टिंटिंगनैंट ने दो, पैट्रिक डैपैलियर, जीन जाबोल, पैट्रिक टैम्बे ने दो-दो, फ्रांकोइस केवर्ट, जीन बेल्टोइस, जीन एलीसी और ओलीवर पेनिस ने एक-एक रेस जीती है.

सबसे अधिक रेस जीतने वाले देशों की सूची में पांचवें स्थान पर फिनलैंड का नाम है, जिसके लिए किमी राइकोनेन ने सबसे अधिक 21 रेस जीती है. शंघाई में रविवार को राइकोनेन नौवें स्थान पर रहे. इसके बाद मीका हेकिनेन ने 20, केके रोसबर्ग ने पांच, इस साल मर्सिडीज के चालक वालटेरी बाटोस ने चार (बाटोस शंघाई में दूसरे स्थान पर रहे) और हिक्की कोवालिनेन ने एक रेस जीती है.

इटली ने 43 बार पहला स्थान हासिल किया

इसके बाद इटली का स्थान है, जिसके चालकों ने 43 बार पहला स्थान हासिल किया है. इनमें अल्बटरे अस्करी (13), रिकाडरे पैट्रिस (6), गिउसेप फारिना (5), मिशेल एल्बोरेटो (5), जियानकार्लो फिस्चिला (3), एलियो एंजेलिस (2), लुइगी फागियोली (1), पिएरो तारफी (1) , लुइगी मुस्सो (1), जियानकार्लो बागेटी (1), लोरेंजो बंदिनी (1), लुडोविको स्कारफीटी (1), विटोरियो ब्रांबिला (1), एलेसेंड्रो बारिनी (1), जर्नो ट्रूली (1) विजेता रहे हैं.

सातवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसके 42 चालकों ने पोडियम पर पहला स्थान पाया है। इनमें जैक ब्रेहम (14), एलन जोन्स (12), मार्क वेबर (9), डैनियल रिकाडरे (7) प्रमुख हैं. चालक के लिहाज से सबसे अधिक जीत का रिकार्ड शूमाकर के नाम रहा है, जो 1991 से 2006 और 2010 से 2012 तक सक्रिय रहे. चाइनीज ग्रां प्री शूमाकर की अंतिम रेस थी। इसके बाद हेमिल्टन (75), विटेल (52), एलेन प्रॉस्ट (51) का स्थान आता है.

Intro:Body:

मर्सिडीज टीम के ब्रिटिश चालक लुइस हेमिल्टन ने रविवार को शंघाई इंटरनेशनल सर्किट पर आयोजित चाइनीज ग्रां प्री रेस जीतकर अपना नाम इस खेल के इतिहास में अमर कर लिया.

नई दिल्ली : ये एफ-1 विश्व चैम्पियनशिप इतिहास की 1000वीं रेस थी. हेमिल्टन ने 900वीं रेस भी जीती थी और वह अब तक मौजूदा चालकों में सबसे अधिक 75 बार पहला स्थान हासिल कर चुके हैं.

एफ-1 इतिहास में ब्रिटिश चालकों का बोलबाला रहा है. 1000 में से 279 बार ब्रिटेन के चालकों ने रेस में पहला स्थान हासिल किया है. इनमें 75 जीत के साथ हेमिल्टन सबसे आगे हैं. वैसे एफ-1 इतिहास में सबसे अधिक जीत का रिकार्ड जर्मनी के चालक माइकल शूमाकर के नाम है. शूमाकर ने कुल 91 रेस जीती है. जर्मन चालक 178 बार पहला स्थान हासिल करने में सफल रहे हैं.



ब्रिटिश चालकों की बात करें तो हेमिल्टन के बाद निगेल मैंशेल ने 31, जैकी स्टीवार्ट ने 27, जिम क्लार्क ने 25, डेमन हिल ने 22, स्टर्लिग मॉस ने 16, जेनसन बटन ने 15, ग्राहम हिल ने 14, डेविड कोर्टलैंड ने 13, जेम्स हंट ने 10, टोनी ब्रूक्स ने 6, जॉन सर्टीस ने 6, जॉन वॉटसन ने 5, एडी इर्विन ने 4, माइक हॉथॉर्न ने 3, पीटर कोलिंस ने 3, जॉनी हर्बर्ट ने तीन, इनेस आयरलैंड और पीटर गेटहिन ने एक-एक रेस जीती है.



जर्मन चालकों की बात करें तो शूमाकर ने 91, शंघाई में तीसरे स्थान पर रहे सबास्टियन विटेल ने 52, निको रोसबर्ग ने 23, राल्फ शूमाकर ने 6, हेंज फ्रेंटजेन ने 3, वूल्फगैंग ट्रिप्स ने दो और जोचेन मास ने एक रेस जीती है.



एफ-1 इतिहास में सिर्फ ब्रिटेन, जर्मनी और ब्राजील के चालक 100 से अधिक रेसें जीत सके हैं. ब्राजील की बात करें तो उसके एफ-1 आयकन एर्टन सेना ने 41 बार पहला स्थान हासिल किया है जबकि नेल्सन पिग्वेट ने 23, एमर्सन फिट्टीपाल्डी ने 14, रुबेंस बारीचेलो ने 11, फिलिप मासा ने 11 और कार्लोस पेस ने 1 एक रेस जीती है.



इसके बाद फ्रांसीसी चालकों का स्थान आता है. फ्रांस के लिए एलेन प्रॉस्ट ने सबसे अधिक 51 बार पहला स्थान हासिल किया है. इसके बाद रेने एर्नाक्स ने सात, जेक्विस लेफिट ने 6, दिदिर पिरोनी ने 3, मौरिस टिंटिंगनैंट ने दो, पैट्रिक डैपैलियर, जीन जाबोल, पैट्रिक टैम्बे ने दो-दो, फ्रांकोइस केवर्ट, जीन बेल्टोइस, जीन एलीसी और ओलीवर पेनिस ने एक-एक रेस जीती है.



सबसे अधिक रेस जीतने वाले देशों की सूची में पांचवें स्थान पर फिनलैंड का नाम है, जिसके लिए किमी राइकोनेन ने सबसे अधिक 21 रेस जीती है. शंघाई में रविवार को राइकोनेन नौवें स्थान पर रहे. इसके बाद मीका हेकिनेन ने 20, केके रोसबर्ग ने पांच, इस साल मर्सिडीज के चालक वालटेरी बाटोस ने चार (बाटोस शंघाई में दूसरे स्थान पर रहे) और हिक्की कोवालिनेन ने एक रेस जीती है.



इसके बाद इटली का स्थान है, जिसके चालकों ने 43 बार पहला स्थान हासिल किया है. इनमें अल्बटरे अस्करी (13), रिकाडरे पैट्रिस (6), गिउसेप फारिना (5), मिशेल एल्बोरेटो (5), जियानकार्लो फिस्चिला (3), एलियो एंजेलिस (2), लुइगी फागियोली (1), पिएरो तारफी (1) , लुइगी मुस्सो (1), जियानकार्लो बागेटी (1), लोरेंजो बंदिनी (1), लुडोविको स्कारफीटी (1), विटोरियो ब्रांबिला (1), एलेसेंड्रो बारिनी (1), जर्नो ट्रूली (1) विजेता रहे हैं.

सातवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसके 42 चालकों ने पोडियम पर पहला स्थान पाया है। इनमें जैक ब्रेहम (14), एलन जोन्स (12), मार्क वेबर (9), डैनियल रिकाडरे (7) प्रमुख हैं.

चालक के लिहाज से सबसे अधिक जीत का रिकार्ड शूमाकर के नाम रहा है, जो 1991 से 2006 और 2010 से 2012 तक सक्रिय रहे. चाइनीज ग्रां प्री शूमाकर की अंतिम रेस थी। इसके बाद हेमिल्टन (75), विटेल (52), एलेन प्रॉस्ट (51) का स्थान आता है.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.