ETV Bharat / sports

पैरालंपिक जनक के जन्मदिन पर जगमगाया Google Doodle

author img

By

Published : Jul 3, 2021, 5:15 PM IST

3 जुलाई, 1899 को जर्मनी में जन्मे ब्रिटिश न्यूरोलॉजिस्ट गुट्टमैन ने इंग्लैंड में पैरालंपिक खेलों की स्थापना की थी. उनके जन्मदिन के मौके पर गूगल ने एक डूडल जारी कर उन्हें याद किया है.

Google honours founder of the paralympic movement ludwig guttmann with a doodle
Google honours founder of the paralympic movement ludwig guttmann with a doodle

नई दिल्ली: गूगल ने शनिवार को जर्मन डॉक्टर सर लुडविग 'पोप्पा' गुट्टमैन के सम्मान में एक डूडल जारी किया है. ये डूडल बेल्टीमोर स्थित आगंतुक के कलाकार आशांति फोर्टसन ने बनाया है. इस डूडल में गुट्टमैन को उनके 122 वें जन्मदिन पर याद किया गया है.

3 जुलाई, 1899 को जर्मनी में जन्मे ब्रिटिश न्यूरोलॉजिस्ट गुट्टमैन ने इंग्लैंड में पैरालंपिक खेलों की स्थापना की थी. उन्हें विकलांग लोगों के लिए संगठित शारीरिक गतिविधियों के संस्थापक पिता माना जाता है.

ये उनके प्रयासों का परिणाम का फल है कि आज पैरालंपिक एथलीटों को उनकी क्षमताओं और उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है.

ये भी पढ़ें- EngW vs IndW 3rd ODI: आखिरी वनडे में सम्मान की लड़ाई लड़ेंगी भारतीय महिलाएं, हरमनप्रीत पर दबाव

आज, पैरालंपिक एथलीटों को उनके कौशल और उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है.

दिलचस्प बात ये है कि गुट्टमैन एक यहूदी डॉक्टर थे जो दूसरे विश्व युद्ध से ठीक पहले नाजी जर्मनी से भाग गए थे.

अक्टूबर 1979 में गुट्टमैन को दिल का दौरा पड़ा और 18 मार्च 1980 को 80 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था.

नई दिल्ली: गूगल ने शनिवार को जर्मन डॉक्टर सर लुडविग 'पोप्पा' गुट्टमैन के सम्मान में एक डूडल जारी किया है. ये डूडल बेल्टीमोर स्थित आगंतुक के कलाकार आशांति फोर्टसन ने बनाया है. इस डूडल में गुट्टमैन को उनके 122 वें जन्मदिन पर याद किया गया है.

3 जुलाई, 1899 को जर्मनी में जन्मे ब्रिटिश न्यूरोलॉजिस्ट गुट्टमैन ने इंग्लैंड में पैरालंपिक खेलों की स्थापना की थी. उन्हें विकलांग लोगों के लिए संगठित शारीरिक गतिविधियों के संस्थापक पिता माना जाता है.

ये उनके प्रयासों का परिणाम का फल है कि आज पैरालंपिक एथलीटों को उनकी क्षमताओं और उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है.

ये भी पढ़ें- EngW vs IndW 3rd ODI: आखिरी वनडे में सम्मान की लड़ाई लड़ेंगी भारतीय महिलाएं, हरमनप्रीत पर दबाव

आज, पैरालंपिक एथलीटों को उनके कौशल और उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है.

दिलचस्प बात ये है कि गुट्टमैन एक यहूदी डॉक्टर थे जो दूसरे विश्व युद्ध से ठीक पहले नाजी जर्मनी से भाग गए थे.

अक्टूबर 1979 में गुट्टमैन को दिल का दौरा पड़ा और 18 मार्च 1980 को 80 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.