सुराबाया : इंडोनेशिया की एक अदालत ने पिछले साल फुटबॉल स्टेडियम के भीतर पुलिस के आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद मची भगदड़ में 135 लोगों के मारे जाने की घटना की सुनवाई शुरू कर दी है. इसमें पांच व्यक्तियों पर लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं.
पूर्वी जावा के मलांग शहर में एक अक्तूबर 2022 को यह हादसा हुआ था जो खेलों की सबसे भयानक त्रासदियों में से एक है. पुलिस अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे और इस दौरान भगदड़ मच गई थी और 135 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे. इस घटना के फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे.
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यह मैच पेरसेबाया सुराबाया और अरेमा फुटबॉल क्लब के बीच खेला गया था. यह मैच काफी रोमांचक रहा, जिसमें पेरसेबाया टीम ने 3-2 से जीत दर्ज की. तीन पुलिस अधिकारियों, अरेमा एफसी की आयोजन समिति के प्रमुख और सुरक्षा प्रमुख पर लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं और दोषी पाए जाने पर उन्हें पांच साल की जेल हो सकती है.
गौरतलब है कि करीब 40 हजार दर्शक इस मैच को देखने के लिए स्टेडियम पहुंचे थे. मैच के नतीजे के बाद कुछ फैंस गुस्सा हो गए और आक्रोश में आकर मैदान के अंदर घुस गए. इसी दौरान उन्होंने उपद्रव मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान आगजनी भी की गई थी. अरेमा एफसी फैंस ने स्टेडियम के बाहर खड़े पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. मैदान में इस कदर दंगों के बाद एक सप्ताह के लिए खेलों को निलंबित कर दिया था.