नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) हॉकी की विश्व रैंकिंग जारी करता है. अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ फील्ड हॉकी की विश्वशासी निकाय है, जो सदस्य देशों की टीमों को उनके खेल परिणामों के आधार पर रैंकिंग देता है. पहली बार रैंकिंग देने का सिलसिला अक्टूबर 2003 में शुरू किया गया.
प्रत्येक टूर्नामेंट के लिए पूल बनाते समय फिक्सिंग जैसी शिकायतों व आलोचनाओं को दूर करने के लिए रैंकिंग की परंपरा की शुरुआत की गई थी. यह ओलंपिक खेलों और विश्व कप जैसे टूर्नामेंटों के लिए खेलने वाली टीमों का कोटा भी निर्धारित करती है.
वर्षों में खेले गए क्वॉलीफाइंग और कॉन्टिनेंटल मैचों सहित सभी एफआईएच-मान्यता प्राप्त रैंकिंग अंकों को गणना में शामिल किया जाता है. FIH ने सभी महाद्वीपीय टूर्नामेंटों के लिए आवंटित रैंकिंग अंक निर्धारित किए हैं.
ताजा रैंकिंग के हिसाब से देखा जाय तो ऑस्ट्रेलिया नंबर 1 पर काबिज है. 20 दिसंबर को जारी रैंकिंग के हिसाब से ऑस्ट्रेलिया नंबर 1 पर तो भारत नंबर 6 पर कायम. भारत की रैंकिंग घटी है और वह ताजा रैंकिंग में 5 नंबर से 6 नंबर पर चला गया है. वहीं पाकिस्तान 17वें नंबर है...
इसके साथ ही अगर रैंकिंग के हिसाब देखा जाय तो पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया का कई सालों से हॉकी के खेल में दबदबा कायम है. यह टीम कई सालों से रैंकिंग में टॉप की रेस में बनी हुयी है...
एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप का 15वां विश्वकप ओडिशा में कुछ दिनों में शुरू होने जा रहा है. हर बीतते दिन के साथ इसको लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है और यह लगभग सभी को दिखाई दे रही है. राज्य का हॉकी से रिश्ता कई दशक पुराना है. ओडिशा ने भारतीय टीम के लिए सौ से अधिक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं, जिनमें दिलीप टिर्की, इग्नेस टिर्की, लाजरस बारला, ज्योति सुनीता कुल्लू और सुनीता लाकड़ा शामिल हैं. वर्तमान भारतीय पुरुष और महिला राष्ट्रीय टीम में कई ओडिशा के खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें अमित रोहिदास, शिलानंद लाकड़ा, दीप ग्रेस एक्का, नीलम जेस और नमिता टोप्पो शामिल हैं.
पिछले दो दशकों में, ओडिशा सरकार ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी में भी सक्रिय रूप से और भारी निवेश किया है, एफआईएच विश्व कप, एफआईएच मेन्स जूनियर विश्वकप, एफआईएच सीरीज फाइनल, एफआईएच वर्ल्ड लीग, एफआईएच चैंपियंस जैसे विभिन्न बड़े पैमाने पर बहु-राष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी की है.