नई दिल्ली : भारतीय महिला खो-खो टीम की कप्तान नसरीन को इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है. इस लॉकडाउन में राशन के लिए भी वे परेशान हो रही हैं और अब उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मदद की गुहार लगाई है.
साउथ एशियन खेलों (एसएजी) में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय खो-खो टीम का नेतृत्व कर चुकी नसरीन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. उनके पिता मोहम्मद गफूर सड़क पर बरतन बेचा करते थे, वो काम भी अब उनके पास नहीं रहा.
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में नसरीन ने कहा,“मैं भारतीय महिला खो-खो टीम की कप्तान हूं और मैंने साउथ एशियन गेंम्स, एशियन चैंपियनशिप्स और लंदन में हुए यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लिया था और देश के लिए स्वर्ण भी जीता था. इतने बड़े टूर्नामेंट खेलने के बावजूद मुझे इन मुश्किल हालातों में किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिल पा रही है. और सरकार के ऐसे रवैये से मैं बेहद निराश हूं”
उन्होंने आगे कहा, “मेरे पिता बरतन बेचा करते थे लेकिन लॉकडाउन के कारण वो बाहर नहीं जा पा रहे और घर में आर्थिक तंगी से हम परेशान हैं. वो परिवार के लिए कमाते हैं. इस लॉकडाउन में सबकुछ बंद है. हमें राशन मिलने में भी दिक्कत आ रही है. खो-खो फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी त्यागी सर ने हमारी मदद की थी लेकिन राहें बहुत मुश्किल हैं.”
नसरीन अपने पिता के बर्तन न बेच पाने के कारण बहुत परेशान हैं. साथ ही उन्हें दिल्ली सरकार से उम्मीद है कि उनको जल्द मदद दी जाएगी.
नसरीन ने कहा, “दिल्ली सरकार से मुझे बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि मैंने देश की टीम का नेतृत्व किया है, लेकिन वे मेरे ट्वीट का कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. सिर्फ मेरे पिता ही मेरे परिवार के लिए कमाते हैं. हम परेशानी में हैं. मैं केजरीवाल सर के आग्रह करती हूं कि वो इस समस्या को देखें, मुझे दुख है कि अबतक उन्होंने इस बात पर गौर नहीं किया है.”