कोलकाता : भारत की अग्रणी महिला जिमनास्टर दीपा करमाकर के कोच बिसेस्वर नंदी का कहना है कि दीपा को रिहैबिलिटेशन में थोड़ा और वक्त लगेगा और वे 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए पूरी तरह फिट हो जाएंगी.
घुटने की चोट के बाद दीपा के रिहैबिलिटेशन में निर्धारित से अधिक समय लग रहा है और इस कारण वे बीते महीने मंगोलिया में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले सकी थीं. यहां भारत के लिए प्रणती नायक ने वॉल्ट इवेंट में कांस्य पदक जीता था.
नंदी ने कहा, 'हम अभी कुछ नहीं कर सकते. हमें डॉक्टर की सलाह के अनुसार काम करना है. मैं उसे जोखिम में नहीं डाल सकता. मैं उसके पूरी तरह फिट होने का इंतजार करूंगा. एक बार वे फिट हो गई तो फिर डॉक्टर और फिजियो से मिलेगी.'
त्रिपुरा की दीपा रियो ओलंपिक-2016 में बहुत कम अंतर से पदक से चूक गई थीं. अब उनके सामने जर्मनी में चार से 13 अकटूबर तक होने वाली विश्व चैम्पियनशिप से पहले फिट होने की चुनौती है, जो टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाईंग टूर्नामेंट होगा.
ये पूछे जाने पर कि क्या ऐसे में जबकि ओलंपिक में एक साल से भी कम समय बचा है, दीपा का पूरी तरह फिट होकर लौटना सम्भव है. इस पर नंदी ने कोई गारंटी देने या वादा करने से इंकार कर दिया.
नंदी ने कहा, 'मैं इस समय ओलंपिक में उसके हिस्सा लेने के बारे में कुछ नहीं कह सकता. मैं इस सम्बंध में कोई कमेंट करूं, ये जायज नहीं. मुझे पहले डॉक्टरों से बात करनी होगी.'
नंदी हालांकि दीपा की समय पर वापसी को लेकर आशान्वित दिखे. नंदी ने कहा, 'एक बात मैं आपको बताना चाहता हूं. हमने अभी उम्मीद नहीं खोई है. अब सब कुछ उसके पैर की हालत, डॉक्टर और फिजियो पर निर्भर करता है. एक उसे एक प्रतिशत भी दर्द रहा तो हम किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहेंगे.'
किसी जिमनास्ट के लिए ओलंपिक सीट अपने नाम करने के लिए आठ विश्व कप (क्वालीफाईंग टूर्नामेंट) में हिस्सा लेने की आजादी होती है. इनमें से तीन में भी हिस्सा लेकर वे क्वालीफाई कर सकता है.
दीपा को बाकू में मार्च में आयोजित विश्व कप के दौरान चोट लगी थी. वे उसी समय से रिकवर कर रही हैं और दोहा विश्व कप में हिस्सा नहीं ले सकी हैं. इससे उनके रैंकिंग प्वाइंट में गिरावट आई है, अच्छा संकेत नहीं है.