नई दिल्लीः दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन दो युवा कबड्डी खिलाड़ियों को ईरान में होने वाली जूनियर विश्व कबड्डी चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति दी जिन्हें अधिकारियों ने मामूली चोटों के कारण बाहर कर दिया था. अब अदालत के फैसले से उन्हें टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल गया है. उच्च न्यायालय ने कहा कि हर खिलाड़ी अपने करियर में विश्व कप में खेलने का मौका हासिल करना चाहता है. अदालत ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों को बिना किसी उचित आधार के देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नहीं भेजना उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरी टीम के लिए मनोबल गिराने वाला होगा.
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने 17 वर्षीय रोहित कुमार और 19 वर्षीय नरेंद्र की याचिका की सुनवाई में यह फैसला सुनाया और कबड्डी संस्था एकेएफआई और भारतीय खेल प्राधिकरण के प्रशासकों को जरूरी दस्तावेज जुटाने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहा ताकि याचिकाकर्ता टीम के साथ ईरान की यात्रा कर सकें. विश्व कप 26 फरवरी से पांच मार्च तक ईरान के उर्मिया में खेला जाएगा.
उच्च न्यायालय ने कहा कि यह देखते हुए कि ये खिलाड़ी जूनियर टीम का हिस्सा हैं जो प्रतिवादी दो (भारतीय अमेच्योर कबड्डी महासंघ - एकेएफआई) द्वारा चुनी गई. वे उम्र की सीमा को देखते हुए भविष्य में जूनियर टीम की प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि एक की उम्र 17 और एक की 19 साल है. अदालत ने कहा कि चोट के बाद कुछ दिन के आराम के बाद दोनों जरूरी ट्रेनिंग कर चुके हैं और कोचिंग ले चुके हैं. डॉक्टरों के अनुसार वे उबर चुके हैं, दोनों अपने पिता के साथ अदालत में थे जो उन्हें विश्व कप में भेजने के लिए तैयार हैं.
(पीटीआईः भाषा)
ये भी पढ़ेंः PV Sindhu and Park Tae Sang: सिंधु ने कोच पार्क ताए-सैंग से नाता तोड़ा, अब इनके साथ करेंगी ट्रेनिंग