नई दिल्ली: महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न में कथित संलिप्तता के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भारत के शीर्ष पहलवान जंतर-मंतर पर प्रदर्शनरत हैं. पहलवानों को अब कई लोगों का समर्थन मिल रहा है. इस बीच कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने इसको लेकर अपना पक्ष रखा है.
भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने युवा मामलों और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को इस मामले को लिए पत्र लिखा है. अपने इस पत्र में विश्वम ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल हटाने की मांग की जिसकी एक प्रति ईटीवी भारत के पास है.
यह कहते हुए कि युवा मामलों और खेल मंत्रालय को एथलीटों के संरक्षक के रूप में कार्य करना चाहिए, विश्वम ने यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि बृजभूषण शरण सिंह और अन्य अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए और सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में निष्पक्ष जांच से ऐसी बुराइयों के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को साफ किया जाए. विश्वम ने कहा, 'मामले की तात्कालिकता को फिर से रेखांकित करने की आवश्यकता नहीं है. आपकी ओर से कार्रवाई से युवा पीढ़ी में विश्वास पैदा होगा, जो प्रेरणा के लिए इन एथलीटों को देखते हैं'.
उन्होंने आगे कहा कि, 'अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ चार महीने की अवधि में दो बार लगाए गए आरोपों की जांच में अधिकारियों की उदासीनता के विरोध में जंतर-मंतर पर इकट्ठा होने के लिए मजबूर होना पड़ा'. विश्वम ने कहा, 'उनके साथ किए जा रहे व्यवहार से हमारी युवा पीढ़ी खेलों को अपनाने से निश्चित रूप से हतोत्साहित होगी'. विश्वम ने कहा हमारे पहलवान अपनी कड़ी मेहनत से देश का नाम रोशन कर रहे हैं.
इस बीच, कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पीटी उषा पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया. माथेर ने कहा, 'भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष होने के नाते, खिलाड़ियों के बीच एकता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए, विभाजन बनाने में नहीं'.