अम्मान(जॉर्डन): भारतीय मुक्केबाजी के दो बड़े नाम एमसी मैरी कॉम और अमित पंघल शनिवार से ओलंपिक क्वालीफायर में अपने अभियान की शुरुआत करेंगे और टोक्यो का टिकट कटाने के लक्ष्य के साथ रिंग में उतरेंगे.
मैरी कॉम अपने बदले हुए 51 किलोग्राम भारवर्ग में ओलंपिक टिकट हासिल करने की कोशिश करेंगी. लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम देश को ओलंपिक स्वर्ण दिलाने के लिए पिछले दिनों से काफी मेहनत कर रही हैं.
इस क्वालीफायर टूर्नामेंट में उन्हें दूसरी सीड मिली है. पहले दौर में उनका सामना न्यूजीलैंड की तासमिन बेनी से होगा. दो जीत के बाद वो टोक्यो का टिकट हासिल कर लेंगी.
भारतीय महिला टीम के मुख्च कोच राफेल बारगामास्को ने कहा,"मैरी जानती हैं कि ये उनके करियर का आखिरी ओलंपिक होगा. उन्होंने काफी मेहनत की है. खासकर अपने पैरों पर."
जहां तक पुरुष मुक्केबाज पंघल की बात है वो इस समय अपने करियर के बेहतरीन दौर में हैं. एशियाई खेलों में सोने का पदक उनके दबदबे की शुरुआत था और तब से वो लगातार अच्छा कर रहे हैं. अमित को इस बार ओलंपिक में पदक का दावेदार माना जा रहा है लेकिन वहां तक जाने से पहले उन्हें क्वालीफायर की बाधा को पार करना होगा.
अमित को क्वालीफायर में अपना पहला मैच मंगोलिया के इनखमानदाख खारखु के खिलाफ खेलना है. उन्हें पहले दौर में बाई मिली है.
टीम के मुख्य कोच सीए कुट्टप्पा ने कहा,"अमित ने उनका मुकाबला पहले भी किया है और एकतरफा मुकाबले में उन्हें हराया था. मिलिट्री गेम्स में अमित हालांकि उनसे हार गए थे. हमारी रणनीति हर राउंड में सरप्राइज करने की है. मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि इस बार अमित उनसे पिछली हार का हिसाब बराबर कर लेंगे."
इस बीच, भारतीय मुक्केबाजों को जॉर्डन के लिए भारत के राजदूत अनवर हलीम और भारतीय दूतावास के सहचारी पुनीत घई मिलने आए और उन्हें ओलंपिक क्वालीफायर के लिए शुभकामनाएं भी दी.