नई दिल्ली: पिछले महीने दोहा एशियन चैंपियनशिप में 800 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला एथलीट गोमती मारिमुथु प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन की दोषी पाई गई हैं. उनके सैंपल में नोरैनड्रोस्ट्रेरोन की मात्रा पाई गई है.
इसी के चलते उन्हें अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन पर चार साल का स्थायी प्रतिबंध लग सकता है. गोमती से उनके पदक भी वापस छिन सकते हैं.
पटियाला में 13 से 15 मार्च के बीच हुए फेडरेशन कप में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने उनके मूत्र का सैंपल लिया था. इसका परिक्षण राष्ट्रीय डोप प्रयोगशाला में हुआ था.
एक अंग्रेजी समाचार पत्र ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अधिकारी के हवाले से लिखा है, "गोमती का पहला टेस्ट सकारात्मक रहा है."
तमिलनाडु की इस खिलाड़ी को पोलैंड के स्पाला में जारी रिले कैम्प में हिस्सा लेने के लिए उड़ान भरनी थी लेकिन उनकी फ्लाइट रद्द कर दी गई साथ ही उन्हें बेंगलुरू में राष्ट्रीय शिविर में से जाने से भी मना कर दिया गया.
Read More: एलेन डिजेनरेस ने कहा- दुती चंद पर गर्व है
उनके कोच जसविंदर सिंह भाटिया ने अपने आप को इस विवाद से अलग कर लिया है.
भाटिया ने कहा,"फेडरेशन कप के बाद, वो शिविर के लिए चुनी गई थीं. वो कुछ समय के लिए मेरे साथ थीं क्योंकि उन्हें 13 अप्रैल को पटियाला में ट्रायल्स के लिए जाना था. वहां से वो दोहा चली गई थीं."