कोट्टायम: आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहीं हैं. खेल, शिक्षा, विज्ञान, कारोबार, राजनीति, आदि सभी क्षेत्रों में महिलाएं बेहतर कर रही हैं. वर्तमान समय में चाहे वह अंतरिक्ष में जाने की बात हो या माउंट एवरेस्ट को फतह करने की.. या फिर दुर्गम स्थानों पर जाने की.. या फिर जवान बनकर देश की रक्षा करने की.. आज की महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहीं हैं और हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं. आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी दिखायेंगे जो एक ऑटो व्लॉगर और इंडियन नेशनल रैली चैंपियनशिप की ड्राइवर हैं.
केरल के कोट्टायम जिले की मूल निवासी 29 वर्षीय अथिरा मुरली भारत के सबसे महत्वपूर्ण मोटर स्पोर्ट्स इवेंट्स और ऑटो रिव्यूज़ की स्टार हैं. अथिरा मुरली के सोशल मीडिया पर 4 लाख से अधिक फोलोवर्स हैं. अथिरा के पास दोपहिया, तिपहिया और चौपहिया वाहनों के साथ-साथ भारी वाहन का भी लाइसेंस है. अधिरा ने 18 साल की उम्र में अपने पिता की मोटरसाइकिल चलाना सीखा था. उसके बाद अथिरा ने जीप और कार चलाकर मोटर रेसिंग की तरफ अपना ध्यान खींचा.
आपको बता दें कि अब अथिरा दोपहिया वाहनों से लेकर टूरिस्ट बसों और ट्रैक्टरों तक किसी भी वाहन को आसानी से चला लेती हैं. अथिरा की पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो उन्होंने बीसीए पास करने के बाद ऑटोमोबाइल क्षेत्र में रुचि रखने के कारण मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पास किया. अथिरा एक ऑटो जर्नलिस्ट के रूप में जानी जाती हैं जो वाहनों के फीचर्स और नए मॉडल पेश करती हैं. महिंद्रा ऑफ-रोड रेस विजेता और ऑटो क्रॉस कार रेसर, अथिरा मुरली को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और यूनिवर्सल रिकॉर्ड फोरम पुरस्कार भी मिले हैं. अथिरा मुरली कहती हैं कि महिलाओं को ड्राइव करना सीखना चाहिए...उन्हें जीवन में ऊंचाइयों को छूना चाहिए...
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