नई दिल्ली: भारत के आशु और आदित्य कुंडु ने बुधवार को एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप के दूसरे दिन क्रमश: 67 किग्रा और 72 किग्रा ग्रीको-रोमन वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए हैं. आशु ने सीरिया के अब्दुल करीम मोहम्मद अल-हसन को 8-1 से हराया जबकि कुंडु ने जापान के नाओ कुसाका को 72 किग्रा के एकतरफा मुकाबले में डेढ़ मिनट में 8-0 से पस्त कर दिया था.
भारत ने चैंपियनशिप में इस तरह चार मेडल जीत लिए हैं, इससे पहले सुनील कुमार ने 87 किग्रा वर्ग में ऐतिहासिक स्वर्ण और अर्जुन हालाकुरकी ने 55 किग्रा ग्रीको रोमन वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. ज्ञानेंद्र हालांकि बुधवार को 60 किग्रा ग्रीको रोमन ब्रॉन्ज मेडल मैच में 0-6 से हार गए.
इस वर्ग का गोल्ड मेडल जापान के केनीचिरो फुमिता ने अपने नाम किया जिन्होंने किर्गिस्तान के झोलामन शारशेंकोव को 4-0 से शिकस्त दी. मेहदी शेफोल्लाह मोहसन नेजाद ने 60 किग्रा में दूसरा कांस्य पदक हासिल किया, उन्होंने कजाकिस्तान के एडोस सुल्तानगली को 4-3 से पराजित किया.
भारत के पहलवान सुनील कुमार ने मंगलवार को 87 किग्रा वर्ग के फाइनल में किर्गिस्तान के अजात सालिदिनोव को 5-0 से हराकर भारत को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के ग्रीको रोमन वर्ग में 27 साल में पहला स्वर्ण पदक दिलाया.
आखिरी गोल्ड 1993 में पप्पू यादव ने जीता था.
सेमीफाइनल में पिछड़ने के बाद जीत दर्ज करने वाले सुनील ने यहां केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में 87 किग्रा वर्ग के फाइनल में अपने विरोधी को आसानी से पछाड़ दिया.
इससे पहले सुनील सेमीफाइनल में कजाखस्तान के अजामत कुस्तुबायेव के खिलाफ 1-8 से पिछड़ रहे थे लेकिन इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए लगातार 11 अंक के साथ 12-8 से जीत दर्ज करने में सफल रहे.
सुनील 2019 में भी इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन उन्हें खिताबी मुकाबले में हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा था.
एक अन्य भारतीय अर्जुन हलाकुर्की ने भी ग्रीको रोमन वर्ग की 55 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. अर्जुन का अपने पहले सीनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में यह पहला पदक है.