श्रीनगर: एशिया की सबसे लंबी साइकिल दौड़ श्रीनगर से शुरू हुई. दौड़ में 29 साइकिल चालक (एक महिला भी शामिल) ने पहली बार 3,655 किलोमीटर की रेस के लिए रवाना हुए. अल्ट्रा साइक्लिंग प्रोजेक्ट के निदेशक जितेंद्र नायक ने कहा कि हमने पहले भी कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल चलाई है. लेकिन यह साइकिल रेस न केवल भारत में बल्कि एशिया में अपनी तरह की पहली दौड़ है जो 3655 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
नायक ने कहा कि दौड़ को वर्ल्ड अल्ट्रासाइक्लिंग एसोसिएशन (WUCA) द्वारा एशियाई अल्ट्रासाइक्लिंग चैंपियनशीप का दर्जा दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस दौड़ को पूरा करने वाले साइकिल चालक स्वचालित रूप से विश्व प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लेंगे. जबकि आयोजकों ने साइकिल चालकों के लिए दौड़ को पूरा करने के लिए 12 से 14 दिनों का समय निर्धारित किया है. हालांकि, अधिकांश प्रतिभागियों ने रेस को 9 से 11 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य तय किया है. साइकिलिस्टों में विशेष रूप से सक्षम साइकिलिस्ट गीता राव भी हैं, जो एकमात्र महिला प्रतियोगी भी हैं.
गीता ने कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं और यह सभी महिलाओं के लिए एक सकारात्मक संदेश भी है. अगर मैं ये सपना देख सकती हूं और इसे पा सकती हूं तो हर कोई इसे कर सकता है. उन्होंने कहा कि मेरा एक पैर निष्क्रिय है और मैं केवल एक पैर के साथ साइकिल चलाऊंगी. वहीं, नायक ने बताया कि 3,651 किलोमीटर लंबी साइकिल रेस श्रीनगर से शुरू हुई और भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे तमिलनाडु के कन्याकुमारी में समाप्त होगी. साइकिल रेस 12 प्रमुख राज्यों, तीन प्रमुख महानगरों और 20 से अधिक प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगी. नायक ने कहा कि मार्ग पर 13 टाइम स्टेशन हैं जो मार्शल द्वारा संचालित होंगे. सभी साइकिल सवारों को जीपीएस उपकरणों का उपयोग करके ट्रैक किया जाएगा.
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