नई दिल्ली: भारत के पुरुष मुक्केबाज अमित पंघाल ने शुक्रवार को खेल मंत्री किरण रिजिजू को पत्र लिख अपील करते हुए कहा है कि वह खेल पुरस्कारों में से नामांकन प्रक्रिया को हटा दें.
पंघाल ने कहा कि मौजूदा प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है और कुछ कारणों से सही खिलाड़ियों को अवॉर्ड नहीं मिलता.
पंघाल ने रिजिजू को लिखे पत्र में कहा, "मौजूदा प्रक्रिया में खिलाड़ियों को अर्जी देनी पड़ती है और फिर खेल समिति उन अपीलों में से चुनती है. यह प्रक्रिया काफी मुश्किल है क्योंकि कई बार अपील दायर करने के नियमों के कारण कई खिलाड़ी खेल पुरस्कार से चूक जाते हैं. अवॉर्ड का चयन खेल समिति के सदस्यों के पक्षपति फैसलों के बूते होता है जो अपने फैसलों की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं."
पंघाल ने कहा कि पारदर्शिता की कमी के कारण कई खिलाड़ी अवॉर्ड के लिए कोर्ट तक जाते हैं.
उन्होंने कहा, "यह बाकी खिलाड़ियों की भी अपील है कि इस प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया जाए क्योंकि उनकी उपल्बिधयों के बारे में सभी जानते हैं और इसलिए उन्हें अवॉर्ड मिलने चाहिए."
विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत इतिहास रचने वाले इस मुक्केबाज ने कहा, "पूरे विश्व में कई जगह अवॉर्ड बिना किसी नामंकन और अपील के दिए जाते हैं क्योंकि सही मायनों में अवॉर्ड खिलाड़ियों की उपल्बिधयों का सम्मान होता हैं जिसके लिए खिलाड़ी को कहना नहीं चाहिए."
अमित ने कहा, "यह ब्रिटिश काल के पुराने समय की याद दिलाता है जहां अवॉर्ड के लिए याचिका डालनी पड़ती थी. आप इस प्रक्रिया को नामांकन/अपील मुक्त करके मजबूत बदलाव कर सकते हैं. अगले साल ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए आपका यह कदम मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि ओलंपिक में हर कोई पदक जीतना चाहता है."
बता दें कि खेल मंत्रालय ने इस महीने की शुरूआत में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड 2020 सहित विभिन्न खेल पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों से आवेदन मांगे थे.
इन पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों के पिछले चार साल के प्रदर्शन को आधार बनाया गया है. साथ ही खिलाड़ियों द्वारा जनवरी 2016 से लेकर दिसंबर 2019 तक उनकी उपलब्धियों को भी ध्यान रखा जाएगा.
खेल पुरस्कार, हर साल 29 अगस्त को भारत के राष्ट्रपति द्वारा खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है. 29 अगस्त का दिन हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं जिन्हें हर साल राष्ट्रपति भवन में एक सादे समारोह में देश के राष्ट्रपति प्रदान करते हैं.