नई दिल्ली: फीफा (FIFA) द्वारा 11 दिन के प्रतिबंध के कारण एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप (AFC Women's Club Championship) से गोकुलम केरला (Gokulam Kerala) की टीम को हटाए जाने पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने क्लब से माफी मांगी है. क्लब के मालिक वीसी प्रवीण ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय महासंघ की 'अकुशलता' से क्लब को लाखों का नुकसान हुआ.
मौजूदा 'इंडियन वुमैन्स लीग' चैम्पियन गोकुलम केरला को फीफा के एआईएफएफ पर प्रतिबंध का सबसे ज्यादा असर पड़ा क्योंकि कोझीकोड की टीम को इसके कारण उज्बेकिस्तान में शीर्ष स्तर के एएफसी क्लब टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी गई थी. प्रवीण ने एआईएफएफ पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने के कुछ घंटों बाद पीटीआई से कहा, यह इसी तरह है जैसे बच्चे को चिकोटी काटो और फिर उसे झुलाने लगो. उनकी अकुशलता के कारण हमें लाखों का नुकसान हुआ.
शुक्रवार को प्रतिबंध हटने से भारतीय राष्ट्रीय टीमें और क्लब एएफसी और फीफा के अधीन होने वाले टूर्नामेंट में खेल सकेंगे. लेकिन, गोकुलम केरला को काफी नुकसान हुआ क्योंकि उन्हें एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों से कंधे से कंधा मिलाने का मौका नहीं मिला. टीम पिछले चरण 2021 में तीसरे स्थान पर रही थी. क्लब की 23 सदस्यीय टीम को 16 अगस्त को ताशकंद पहुंचने के बाद बिना खेले लौटना पड़ा था. गोकुलम केरला ने एएफसी को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की यात्रा पर खर्च की गई राशि की क्षतिपूर्ति करने को लिखा है लेकिन अभी तक उसे कोई जवाब नहीं मिला है.
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प्रवीण ने कहा, हमने इस राशि की क्षतिपूर्ति के लिए ईमेल भेजकर अनुरोध किया है लेकिन अभी तक एएफसी से कोई जवाब नहीं मिला है. एआईएफएफ ने अपनी ओर से गोकुलम केरला से माफी मांगी है. एआईएफएफ ने शनिवार को कहा, भारतीय फुटबॉल 26 अगस्त को फीफा द्वारा एआईएफएफ से प्रतिबंध हटाने के बाद फिर से पटरी पर आ गया है. इसमें कहा गया, हम इससे खुश हैं लेकिन निलंबन के कारण गोकुलम केरला एफसी के एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप से बाहर किए जाने के लिये हम माफी मांगते हैं. इसके अनुसार, पिछले 11 दिन में भारतीय फुटबॉल का यह काफी बड़ा नुकसान था और भारतीय फुटबॉल इन प्रतिभाशाली बालिकाओं से माफी मांगता है जिन्होंने इस प्रतियोगिता के लिए कड़ी ट्रेनिंग की थी.