गुरुग्राम : निवर्तमान अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला को शनिवार को यहां होने वाली भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) की वार्षिक आम बैठक में सर्वसम्मति से तीसरे कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना जाएगा जबकि लंबी कूद की पूर्व स्टार खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज को वरिष्ठ उपाध्यक्ष (Vice-President) बनाया जाएगा.
एएफआई में लंबे समय से विभिन्न पदों पर काबिज रहे रविंद्र चौधरी को सर्वसम्मति से सचिव चुना जाएगा. इसके अलावा अन्य पदों के लिए भी कोई मुकाबला नहीं होगा क्योंकि सभी के लिए सिर्फ एक उम्मीदवार मैदान में है.
सचिव के पद के लिए नामांकन भरने वाले संदीप मेहता मुकाबले से हट गए हैं. वह अब वरिष्ठ संयुक्त सचिव होंगे. मुधकांत पाठक को निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुना जाएगा. एजीएम में पांच संयुक्त सचिव और कार्यकारी समिति के आठ सदस्यों का चयन भी निर्विरोध होगा.
एएफआई की योजना समिति के प्रमुख ललित भनोट कार्यकारी समिति के सदस्यों में से एक हैं. पिछले कार्यकाल में भी वह कार्यकारी समिति के सदस्य थे.
दो दिवसीय वार्षिक आम बैठक का आयोजन यहां एक होटल में किया जाएगा जिसका मुख्य एजेंडा एक अध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पांच उपाध्यक्ष, एक सचिव, एक वरिष्ठ संयुक्त सचिव, पांच संयुक्त सचिव, एक कोषाध्यक्ष और कार्यकारी समिति के आठ सदस्यों का चयन होगा.
विश्व चैंपियनशिप (2003 में कांस्य पदक) में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय अंजू के लिए यह पद एएफआई की कार्यकारी समिति में उनका अब तक का शीर्ष पद होगा. पिछली कार्यकारी समिति में वह एथलेटिक्स आयोग की सदस्य के रूप में शामिल थी.
अंजू का यह पद एएफआई के इतिहास में किसी महिला का सबसे शीर्ष पद भी होगा.
सुमारिवाला का चार साल का अगला कार्यकाल (2020-2024) एएफआई अध्यक्ष के रूप में उनका अंतिम कार्यकाल होगा क्योंकि राष्ट्रीय खेल संहिता 2011 के अनुसार कोई व्यक्ति लगातार तीन कार्यकाल तक ही राष्ट्रीय खेल महासंघ का प्रमुख रह सकता है. उन्हें 2012 में पहली बार इस पद पर चुना गया था.
एएफआई के संविधान के अनुसार उपाध्यक्षों, संयुक्त सचिवों और कार्यकारी समिति के सदस्यों के बीच कम से कम एक महिला को जगह देना अनिवार्य है.
यह चुनाव अप्रैल में होने थे लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इन्हें स्थगित करना पड़ा. मई में एएफआई ने ऑनलाइन विशेष आम सभा का आयोजन करके चुनावों को टाल दिया था और अपने पदाधिकारियों के कार्यकाल को बढ़ा दिया था.
उस समय महासंघ ने कहा था कि चुनाव आनलाइन बैठक में नहीं बल्कि निजी तौर पर पेश होकर होंगे और इस बार बैठक का आयोजन इसी तरह होगा.