लुसाने (स्विट्जरलैंड) : खेल पंचाट यानि सीएएस (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फोर स्पोर्ट्स) ने कहा कि उसके न्यायाधीशों ने फैसला किया कि ''शायना ने जानबूझकर लिगांड्रोल का सेवन नहीं किया था और उन्होंने साबित किया कि जानबूझकर डोपिंग-रोधी नियम का उल्लंघन नहीं किया था.''
शायना को 2019 विश्व चैंपियनशिप से पहले एनाबॉलिक (स्टेरॉयड) पदार्थ के लिए इस्तेमाल का दोषी पाया गया था. ऑस्ट्रेलियाई खेल पंचाट ने उनके खिलाफ चार साल के प्रतिबंध की सिफारिश की थी. शायना इस फैसले के खिलाफ सीएएस में चुनौती दे सकती है. विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी के पास भी उनके खिलाफ अधिक समय तक प्रतिबंध लगाने की अपील करने का विकल्प है.
इस फैसले के बाद 22 साल की यह तैराक 11 जुलाई 2021 तक किसी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकती है. टोक्यो ओलंपिक इसके दो सप्ताह बाद शुरू होगा. विश्व चैम्पियनशिप (2017) में चार पदक अपने नाम करने वाली इस तैराक को जून 2019 में प्रतियोगिता के बाहर जांच में प्रतिबंधित पदार्थ के इस्तेमाल का दोषी पाया गया था.
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शायना ने डोपिंग के आरोपों को नाकारते हुए कहा कि पॉजिटिव परीक्षण दूषित पदार्थ के कारण हुआ.