नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने प्रो-लीग की शुरुआत नीदरलैंड्स जैसी मजबूत और अपने से ऊंची रैंकिंग वाली टीम को हराकर की है. दुनिया की नंबर-3 रैंकिंग वाली टीम के सामने खेलते हैं नंबर-5 रैंकिंग वाली भारतीय टीम ने दोनों मैचों में जीत हासिल की. इन दोनों मैचों में एक बार गौर करने वाली ये थी कि भारतीय डिफेंस, खासकर पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस ने अच्छा किया था.
पहले मैच में नीदरलैंड्स को कुल नौ पेनाल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन वे सिर्फ एक को ही गोल में तब्दील कर पाई थी. दूसरे मैच में भी नीदरलैंड्स तीन में से एक गोल ही पेनाल्टी कॉर्नर पर कर पाई थी.
'आगामी चुनौतियों के लिए हमें मौजूदा आत्मविश्वास बनाए रखना होगा'
भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस एक तरह से टीम की ताकत बन गया है, लेकिन टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ जैसा प्रदर्शन किया था वैसा ही आगे के मैचों में भी करना जरूरी है.
नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने प्रो-लीग की शुरुआत नीदरलैंड्स जैसी मजबूत और अपने से ऊंची रैंकिंग वाली टीम को हराकर की है. दुनिया की नंबर-3 रैंकिंग वाली टीम के सामने खेलते हैं नंबर-5 रैंकिंग वाली भारतीय टीम ने दोनों मैचों में जीत हासिल की. इन दोनों मैचों में एक बार गौर करने वाली ये थी कि भारतीय डिफेंस, खासकर पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस ने अच्छा किया था.
पहले मैच में नीदरलैंड्स को कुल नौ पेनाल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन वे सिर्फ एक को ही गोल में तब्दील कर पाई थी. दूसरे मैच में भी नीदरलैंड्स तीन में से एक गोल ही पेनाल्टी कॉर्नर पर कर पाई थी.
'आगामी चुनौतियों के लिए हमें मौजूदा आत्मविश्वास बनाए रखना होगा'
भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस एक तरह से टीम की ताकत बन गया है, लेकिन टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ जैसे किया था वही आगे के मैचों में भी करना जरूरी है.
नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने प्रो-लीग की शुरुआत नीदरलैंड्स जैसी मजबूत और अपने से ऊंची रैंकिंग वाली टीम को हराकर की है. दुनिया की नंबर-3 रैंकिंग वाली टीम के सामने खेलते हैं नंबर-5 रैंकिंग वाली भारतीय टीम ने दोनों मैचों में जीत हासिल की. इन दोनों मैचों में एक बार गौर करने वाली ये थी कि भारतीय डिफेंस, खासकर पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस ने अच्छा किया था.
पहले मैच में नीदरलैंड्स को कुल नौ पेनाल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन वे सिर्फ एक को ही गोल में तब्दील कर पाई थी. दूसरे मैच में भी नीदरलैंड्स तीन में से एक गोल ही पेनाल्टी कॉर्नर पर कर पाई थी.
भारत को एफआईएच प्रो लीग में अब बेल्जियम और फिर ऑस्ट्रेलिया का सामना करना है और इन दोनों का अटैक भी अच्छा है और दोनों के पास अच्छे ड्रैग फ्लिकर भी हैं. जाहिर है, भारत को इन दोनों टीमों के अच्छी चुनौती मिलने वाली है.
भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा कि पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस एक तरह से टीम की ताकत बन गया है, लेकिन टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ जैसे किया था वही आगे के मैचों में भी करना जरूरी है.
क्या पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस टीम की नई ताकत बन गया है? इस सवाल पर मनप्रीत ने कहा, "जाहिर सी बात है.. पेनाल्टी कॉर्नर डिफेंस अच्छा होने से काफी हद तक टीम को मदद मिलती है. नीदरलैंड्स के पास काफी अच्छे ड्रैक फ्लिकर हैं फिर भी हमारी टीम ने अच्छा किया. बस यही है कि हमें इसे जारी रखना होगा, क्योंकि बेल्जियम के पास भी अच्छे ड्रैक फ्लिकर हैं, इसलिए हमें सावधान रहना होगा और इस पर और काम करना होगा, अच्छी तरह रणनीति बनानी होगी और उस पर काम करना होगा."
भारत ने पहले मैच में नीदरलैंड्स को 5-2 से हराया था. दूसरे मैच में भारत 1-3 से पीछा था लेकिन फिर 3-3 से बराबरी करते हुए मैच को शूटआउट में ले गए थे.
कप्तान ने हालांकि माना कि उनकी टीम से दूसरे मैच में डिफेंस में गलतियां हुई थीं, लेकिन टीम ने समय रहते वापसी कर ली थी.
अब भारत को विश्व हॉकी की दो और बड़ी टीमें बेल्जियम और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है. मनप्रीत ने कहा कि इन दोनों टीमों के खिलाफ जरूरी है कि भारत उसी ऊर्जा से खेले जिस तरह से नीदरलैंड्स के खिलाफ खेला था.
बकौल मनप्रीत, "कोशिश यही है कि इन दोनों मैचों में भी हमारी ऊर्जा वैसी ही रहे जैसी नीदरलैंड्स के खिलाफ रही थी. दोनों टीमें काफी अच्छी हैं. हमारा यही रहेगा कि हम अपना डिफेंस मजबूत रखें और इनके खिलाफ, पहले हमें बेल्जियम से खेलना है तो ध्यान रखें की हमें जब भी मौका मिले गोल करें, क्योंकि बेल्जियम डिफेंस में काफी अच्छी है. इसलिए जब भी हमें मौका मिले हमें पेनाल्टी कॉर्नर वगैरह के माध्यम से गोल निकालना होगा."
अपनी बात को आगे विस्तार देते हुए कप्तान ने कहा, "हमारी कोशिश रहेगी कि हम विपक्षी टीम को कम मौके दें. बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया, ये दोनों टीमें अटैकिंग में भी अच्छी हैं। इनके पास काफी अच्छे अटैकर हैं, तो कोशिश रहेगी कि हम उन्हें डी में न आने दें और पेनाल्टी कॉर्नर न दें."
भारत को अब आठ और नौ फरवरी को बेल्जियम के खिलाफ मैच खेलना है. इसके बाद 21 और 22 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है. भारत इन दोनों टीमों की मेजबानी करेगा.
Conclusion: