बेंगलुरु: कोविड-19 महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों से अभ्यास पर पड़े प्रभाव के बीच भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि लॉकडाउन से पहले के फिटनेस स्तर को हासिल करने के लिए खिलाड़ियों को धीरे-धीरे प्रगति करनी होगी. मनप्रीत सहित टीम के छह खिलाड़ी नैशनल कैंप के लिए यहां पहुंचने के बाद कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाए गए थे.
ये सभी खिलाड़ी हालांकि इस बीमारी से उबर गए हैं और उन्होंने अपना व्यक्तिगत अभ्यास सत्र शुरू कर दिया है. भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से जारी बयान में मनप्रीत ने कहा, "हमने धीरे-धीरे खेल में वापसी की प्रक्रिया शुरू की है. कोचों ने एक योजना बनाई है ताकि हम चरणबद्ध तरीके से पूरी तरह लय हासिल कर सकें. मैं फिर से अभ्यास के लिए वापस आकर वास्तव में खुश हूं."
कोच ग्राहम रीड ने कहा कि कौशल प्रशिक्षण खासकर बुनियादी व्यक्तिगत जरूरी चीजों पर ध्यान दिया जा रहा है. इससे खिलाड़ियों को छोटे समूहों में अभ्यास करने की सहूलियत होती है, जिसमें पर्याप्त सामाजिक दूरी होती है.
रीड ने कहा, "हम अगले कैंप के आखिर तक दल के अधिकांश खिलाड़ियों के अभ्यास के दौरान कार्यभार और तीव्रता को चरणबद्ध तरीके से उस स्तर तक बढ़ा सकते हैं जो कोविड-19 के कारण आई रूकावट से पहले था."
उन्होंने कहा, "ये एक धीमी और जानबूझकर की गई प्रक्रिया है. जिसे इस तरह से तैयार किया गया है कि चोट के जोखिम कम हो और अधिकतम लाभ मिल सके." साई के बेंगलुरु सेंटर में खिलाड़ी सुरक्षा प्रोटोकॉल से खुश हैं.
महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा, "अच्छा लगता है कि हमने इतने लंबे समय के बाद अभ्यास शुरू किया है. हम धीरे-धीरे अपने शरीर को उसी स्तर पर वापस ला रहे हैं जो हमें पहले की तरह ट्रेनिंग करने की अनुमति देता है. उम्मीद है कि अगले कुछ महीने में हम पहले की तरह लय हासिल कर लेंगे. फिलहाल, ये अहम है कि हम सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने आप को सुरक्षित रखें और उसके तहत अभ्यास करें."