टोक्यो : भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीमें ओई हॉकी स्टेडियम में शुरू होने जा रहे ओलम्पिक टेस्ट इवेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. दोनों टीमों के कप्तानों का कहना है कि उनकी टीम के पास दुनिया की किसी भी टीम को हराने की क्षमता है. दोनों टीमें ओलम्पिक क्वालीफायर्स की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए इस टूर्नामेंट में खेलेंगी.
ओलम्पिक क्वालीफायर्स का आयोजन इस साल नवंबर में होना है और इसमें विजेता होने वाली टीम को 2020 में होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में खेलने का मौका मिलेगा.
भारतीय पुरुष टीम इस समय विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर पर है और टूर्नामेंट में उसे न्यूजीलैंड, मलेशिया तथा जापान के खिलाफ मैच खेलने हैं.
टूर्नामेंट के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान बनाए गए हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वह टीम का नेतृत्व करने को लेकर उत्साहित हैं.
कप्तान ने कहा, "मलेशिया, जापान और न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच, हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को परखने का एक अच्छा मौका है. मलेशिया, जापान और न्यूजीलैंड की टीमें काफी मजबूत हैं. उनके खिलाफ खेलने से हमें पता चलेगा कि ओलम्पिक क्वालीफायर से पहले हम कहां खड़े हैं. हम प्रत्येक मैच को जीतने की इच्छा से खेलेंगे."
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महिला टीम इस प्रतियोगिता में मेजबान जापान और ऑस्ट्रेलिया के अलावा चीन का सामना करेगी.
महिला टीम की कप्तान रानी रापपाल ने कहा, "ओलम्पिक टेस्ट इवेंट हमारे लिए एक अच्छी चुनौती है, लेकिन हम अच्छा करने के लिए आश्वस्त है. टूर्नामेंट में हमें ऑस्ट्रेलिया, जापान और चीन के खिलाफ खेलना है और हमें पता है कि किसी भी टीम को हरा सकते हैं."