हैदराबाद: एफआईएच हॉकी प्रो लीग में शानदार खेल दिखाने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम को उसका सही ईनाम मिल गया है. भारतीय टीम वर्ल्ड रैंकिंग में पहली बार अपने सबसे ऊंचे स्थान नंबर 4 पर पहुंच गई है. हॉकी की वर्ल्ड रैंकिंग शुरू होने के बाद से ये पहला मौका है, जब भारत ने ये स्थान हासिल किया है.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम वर्ल्ड रैंकिंग की नवीनतम तालिका में एक पायदान चढ़कर चौथे स्थान पर पहुंच गई है जो उसकी 2003 में एफआईएच विश्व रैंकिंग शुरू होने के बाद सर्वोच्च रैंकिंग है. एफआईएच हॉकी प्रो लीग के पहले तीन दौर में शानदार फॉर्म से भारत 5वें से चौथे स्थान पर पहुंचने में सफल रहा. भारत के आगे बढ़ने से ओलिंपिक चैंपियन अर्जेंटीना एक पायदान नीचे 5वें स्थान पर खिसक गया है.
विश्व चैंपियन बेल्जियम शीर्ष पर बना हुआ है. उसके बाद ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स का नंबर आता है. जर्मनी और इंग्लैंड क्रमश: छठे और 7वें स्थान पर हैं, जबकि न्यूजीलैंड 8वें स्थान पर है. महिला वर्ग में भारत 9वें स्थान पर है. नीदरलैंड्स शीर्ष पर काबिज है, जबकि उसके बाद ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, जर्मनी और इंग्लैंड का नंबर आता है.
बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग में अपना प्रदर्शन दिखाते हुए कई बड़ी टीमों को धूल चटाई थी जिसके चलते उन्हें अपने परिश्रम का फल मिला है. इसके अलावा आने वाले ओलंपिक को लेकर भी टीम और कोच आश्वस्त हैं कि वो अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
कोच ग्राहम रीड से जब ईटीवी भारत ने बातचीत की तो उन्होंने कहा था कि ओलंपिक में मेडल लाना इतना आसान नहीं होता है क्योंकि हर देश अपनी चार साल की मेहनत को मेडल पाने के लिए लगाता है. 4 साल तक वो प्लानिंग करते हैं जिसके बाद वो अपनी टीम को लेकर ओलंपिक में उतरते हैं. ऐसे में भारतीय टीम की पूरी कोशिश रहेंगी की वो मेडल लाएं.