हैदराबाद: भारतीय हॉकी के हिसाब से ये साल भारत के लिए बेहतर रहा है. पिछले तीन महीने से बिना कोच के खेल रही टीम को ग्राहम रीड के रुप में एक शानदार अनुभवी कोच मिला गया हैं. वहीं हॉकी इंडिया ने भारतीय हॉकी की बेहतरी के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है, देर से ही सही लेकिन हॉकी इंडिया ने एफआईएच द्वारा आयोजित प्रो लीग में खेलने के लिए हामी भर दी हैं.
आपको बता दें कि इस फैसले से न केवल भारतीय हॉकी को फायदा होगा, बल्कि टीम के खेल में और निखार आएगा. एफआईएच की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय हॉकी टीम 2020 से प्रो हॉकी लीग में हिस्सा लेगी. वर्तमान में चल रहे प्रो हॉकी लीग में पाकिस्तान के नाम वापस लेने के बाद भारत ने खेलने की हामी भरी है. एफआईएच के सीईओ थिएरी वेल ने कहा कि भारत जैसे देश के जुड़ने निश्चित रुप से इस लीग की लोकप्रियता में इजाफा होगा.
थिएरी ने प्रो हॉकी लीग में खेलने वाले बाकी देशों का भी शुक्रिया अदा करते हुए शुभकामना दी कि उन्होंने भारत को साथ जोड़ने में समर्थन दिया. हालिया कुछ दिनों में भारतीय पुरुष और महिला टीम ने दिखाया है कि वो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने का माद्दा रखते हैं.
एफआईएच के अनुसार अगले साल से लीग में कुछ सुधार भी किए जाएंगे. साथ हीं प्रो लीग रैंकिंग प्वाइंट पर विचार कर रही है, जो ओलंपिक क्वालीफिकेशन में टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. सुधार के तहत होम एंड अवे रुल को अपनाया जाएगा, जहां कुछ दिनों के लिए टीए ए, टीम बी को होस्ट करेगी, और कुछ दिन बाद टीम बी, टीम ए को होस्ट करेगी. प्रो लीग की बात करें तो इसमें हॉकी की प्रतिष्ठित टीमें पूरे साल एक दूसरे के खिलाफ मैच खेलती है, जो होम और होम अवे के आधार पर खेली जाती है.