मुंबई: अपने जमाने के दिग्गज हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै का मानना है कि रानी रामपाल की कप्तानी और सविता पूनिया जैसी गोलकीपर की मौजूदगी में भारतीय महिला हॉकी टीम अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में चौंकाने वाले परिणाम देने में सक्षम है.
पिल्लै ने कहा, ''हमारे पास रानी के रूप में सर्वश्रेष्ठ कप्तान है. मुझे लगता है कि रानी और गोलकीपर सविता टीम को पोडियम तक पहुंचा सकती हैं. टीम वास्तव में कड़ी मेहनत कर रही है, ओलंपिक की तैयारियों में लगी है और मुझे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है."
![Indian Womens Hockey Team, Dhanraj Pillay, Tokyo Olympics 2020](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9077154_jpg-1.jpg)
रानी की अगुवाई में भारतीय टीम 2018 एशियाई खेलों में पोडियम तक पहुंची थी. यही नहीं उनकी अगुवाई में टीम ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में जगह बनाई. टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक सविता ने भी ओलंपिक क्वालीफायर में अहम भूमिका निभायी थी.
चार बार के ओलंपियन पिल्लै का इसके साथ ही मानना है कि दमखम और शारीरिक क्षमता के मामले में हॉकी में काफी परिवर्तन आए हैं.
![Indian Womens Hockey Team, Dhanraj Pillay, Tokyo Olympics 2020](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9077154_pti6_15_2019_000119b-1580104932.jpg)
उन्होंने कहा, ''मैंने जो हॉकी खेली है और ये खिलाड़ी पिछले 10-15 साल से जिस तरह की हॉकी खेल रहे हैं उसमें कोई समानता नहीं है. वर्तमान खिलाड़ी अपनी फिटनेस क्षमताओं के आधार पर खेलते हैं."
![Indian Womens Hockey Team, Dhanraj Pillay, Tokyo Olympics 2020](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/tokyo_2909newsroom_1601373008_128.png)
पिल्लै ने कहा, ''फिटनेस ने भारतीय हॉकी को बदल दिया है और खिलाड़ी भी अपनी शारीरिक क्षमता और दमखम को लेकर काफी गंभीर हो गए हैं. आज की भारतीय टीम की तुलना ऑस्ट्रेलिया या नीदरलैंड या जर्मनी से की जा सकती है. वे दुनिया की किसी भी टीम को कड़ी चुनौती दे सकते हैं."