बेंगलुरू : जापान में होने वाले ओलम्पिक टेस्ट इवेंट के लिए भारतीय हॉकी टीम का कप्तान चुने जाने पर युवा डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वह आगामी प्रतियोगिता में टीम की कप्तानी करने के लिए बहुत उत्साहित हैं. हरमनप्रीत ने मई 2015 में भारत की सीनियर टीम के लिए अपना पहला मैच खेला था और अब चार साल बाद वह पहली बार कप्तानी करेंगे.
हॉकी इंडिया ने हरमनप्रीत के हवाले से बताया, "जब मुझे बताया गया कि मैं टीम की कप्तानी करुंगा तब मैं आश्चर्यचकित रह गया. यह एक सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी है. मैं इस नई चुनौती के लिए उत्साहित हूं."
वह 2016 में रियो ओलम्पिक में हिस्सा लेने वाली टीम के सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक थे. इससे पहले, भारत ने लंदन में हुए एफआईएच चैम्पियन्स ट्रॉफी में स्वर्ण जीता और हरमनप्रीत को राइजिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया.
'हॉकी टीम को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की जरूरत'
हरमनप्रीत ने कहा, "जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे महसूस होता है कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं क्योंकि मैं ऐसे समय में भारतीय टीम में आया जब इसमें वो खिलाड़ी थे जिनसे मैं बहुत कुछ सीख सकता था. सरदार सिंह और वीआर रघुनाथ जैसे खिलाड़ियों ने सीनियर टीम में शुरुआत के दिनों में मुझ पर सकारात्मक प्रभाव डाला और उनके मार्गदर्शन ने मुझे अंतरराष्ट्रीय हॉकी के दबाव में शांति से खेलने में मदद मिली.
भारतीय हॉकी टीम आगामी ओलम्पिक टेस्ट इवेंट में मलेशिया, न्यूजीलैंड और मेजबान जापान का सामना करेगी.