बेंगलुरू : भारतीय पुरुष हॉकी टीम जब 11 और 12 अप्रैल को ब्यूनस आयर्स में ओलंपिक चैंपियन अर्जेटीना के साथ होने वाले एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबले में मैदान पर उतरेगी तो डिफेंडर वरुण कुमार का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ होगा.
2016 में लखनऊ में विश्व कप जीतने वाली जूनियर टीम का हिस्सा रह चुके वरुण 2018 में भी एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे. हालांकि लगातार चोट के कारण वह पिछले कुछ समय से मैदान से दूर थे. उन्होंने भारत के लिए अपना पिछला मैच अक्टूबर 2019 में बल्जियम दौरे पर खेला था.
वरुण ने कहा, "मैं एक साल और पांच महीने बाद एक बाद एक बार फिर से वापसी करके बहुत खुश हूं. अपने कंधे की चोट से उबरने में मुझे पांच छह महीने का समय लग गया और फिर मैं कोरोना की चपेट में आ गया था. इस बीच मुझे हैमस्ट्रिंग चोट से भी जूझना पड़ा था."
हॉकी प्रो लीग मुकाबले की शुरूआत करने से पहले भारतीय टीम मेजबान टीम के साथ छह और सात अप्रैल को दो अभ्यास मैच भी खेलेगी. मुख्य मुकाबले के बाद टीम 13 और 14 अप्रैल को भी दो अभ्यास मैच खेलेगी.
इन निराशाओं के बावजूद वरुण को उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही चमकने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा, "अब मुख्य लक्ष्य खुद को प्रेरित रखना और मौकों को पाने के लिए धर्य रखना है."
डिफेंडर का कहना है कि अर्जेटीना दौरे पर बेहतर प्रदर्शन करने से उन्हें टोक्यो ओलंपिक की टीम में जगह बनाने में मदद मिलेगी.
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उन्होंने कहा, "हां, टोक्यो ओलंपिक के लिए टीम में जगह बनाना, मेरा लक्ष्य है. टीम में जगह पाने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होने के बावजूद जल्द ही लय में लौट सकता हूं."