बेंगलुरू : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मिडफील्डर सुमित का मानना है कि अगले साल होने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी टीम के लिए अपनी तैयारियों को परखने का एक अच्छा मंच होगा.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम अगले साल मार्च की शुरुआत में में ढाका में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेना है. अगर कोविड-19 महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंध न नहीं होता है तो टीम इस टूर्नामेंट में भाग लेगी.
सुमित 2016 में विश्व कप जीतने वाली जूनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम का हिस्सा रह चुके हैं.
सुमित ने कहा, "हम बेहद भाग्यशाली हैं कि हम फिर से अपनी ट्रेनिंग शुरू करने में सफल रहे हैं. हमें अपने कौशल को सुधारने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और हॉकी इंडिया द्वारा जैव-सुरक्षित वातावरण प्रदान किया गया है. अगले साल होने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में हम जिस स्तर पर हैं, उससे पता चलेगा कि ओलंपिक खेलों से पहले हमें और कितना सुधार करने की जरूरत है."
कलाई की चोट के कारण पिछले साल कुछ टूर्नामेंटों से बाहर रहने वाले सुमित का कहना है कि वह फिर से भारत की जर्सी पहनने के लिए उत्साहित हैं.
उन्होंने कहा, "पिछले जून में भुवनेश्वर में एफआईएच मेन्स सीरीज फाइनल्स के दौरान मेरी कलाई में चोट लग गई थी. चोट से उबरने के लिए मुझे काफी समय लगा. मैं इस साल एफआईएच हॉकी प्रो लीग के लिए टीम में चुना गया था, जहां मुझे शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिला था."
भारतीय मिडफील्डर ने आगे कहा, "एक खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए वास्तव में अच्छा होना चाहिए जो हमसे अपेक्षित हो और जिसमें आंतरिक प्रतिस्पर्धा हो. मैं अभी अपना 100 फीसदी प्रशिक्षण ले रहा हूं और मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे एशियन चैंपियनशिप ट्रॉफी खेलने का मौका मिलेगा, जहां हमें अपने खिताब का बचाव करना है."
सुमित ने बेंगलुरू के साई सेंटर में चल रहे नेशनल कोचिंग कैम्प को लेकर कहा कि टीम अच्छा कर रही है और सही दिशा में आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा, "महामारी के कारण इस साल हम कोई प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे. सीजन को इस तरह से योजनाबद्ध किया गया है कि हमें एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलना है, जहां हमें अपना सर्वश्रेष्ठ बाहर लाना है."