पुणे: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने अभी फैसला नहीं किया है कि वे कब संन्यास लेंगे, हालांकि देश के लिए वे ज्यादा मैच नहीं खेलेंगे.
छेत्री ने हाल में कहा था कि राष्ट्रीय टीम के साथ खेलने के लिए उनके पास ज्यादा मैच नहीं बचे हैं. इसलिए वे खुद के लिए लंबे समय का लक्ष्य निर्धारित नहीं करेंगे.
35 साल के छेत्री ने कहा, 'मैं अपने करियर के दूसरी ओर हूं. मैंने अपने देश के लिए 112 मैच खेल लिए हैं और मैं 250 मैच नहीं खेलूंगा. मेरा मतलब यही था कि मेरे पास खेलने के लिए ज्यादा मैच नहीं बचे हैं. मैं नहीं जानता कि कब खेलना बंद कर दूं लेकिन मुझे यह खेल पसंद है.'
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर कहा, 'मैं सचमुच काफी ऊर्जावान महसूस करता हूं. इसलिए मैं जितना संभव हो, उतना खेलूंगा. सच्चाई यह है कि मैं अपने करियर के दूसरी ओर हूं और मैं अपने देश के लिए 100 और मैच नहीं खेलने वाला हूं. इसलिए ये जितने भी मैच हों, 10, 20, 30, 40, 60, मैं नहीं जानता कि कितने मैच लेकिन जितने ज्यादा खेल सकता हूं, उतने में अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा.'
क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद सक्रिय खिलाड़ियों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले छेत्री इस समय इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में बेंगलुरु एफसी के लिए खेलते हैं, उन्होंने मोहन बागान और एटीके के विलय की प्रशंसा की और कहा कि यह अच्छा करार था.
उनके नाम 115 मैचों में 72 गोल हैं. यही नहीं वे भारत की ओर से सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. उनके बाद पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया (107 मैच) हैं.
आपको बता दें कि पिछले साल सुनील छेत्री को भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने रिकॉर्ड छठी बार वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना. पिछले दो तीन वर्षों से शानदार खेल खेल रहे 34 वर्षीय छेत्री इससे पहले 2007, 2011, 2013, 2014 और 2017 में यह पुरस्कार जीत चुके हैं.