मैड्रिड: स्पेन ने विश्व कप फुटबॉल के क्वालीफायर मैच में कोसोवो को 3-1 से करारी शिकस्त दी लेकिन यह मैच विवादों से घिर गया क्योंकि स्पेन ने मेहमान देश को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता नहीं दी.
सेविले में यह मैच यूएफा के नियमों के अनुसार खेला गया और मैच से पहले कोसोवो का राष्ट्रगान बजाया गया, लेकिन स्पेन के राष्ट्रीय प्रसारक ने कोसोवो का एक राष्ट्र के रूप में उल्लेख नहीं करके सामान्य प्रोटोकॉल की अवहेलना की.
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कोसोवो 2008 में सर्बिया से अलग होकर स्वतंत्र राष्ट्र बन गया था लेकिन स्पेन उसे मान्यता नहीं देता. मैच से पहले स्पेनिश महासंघ ने कोसोवो का राष्ट्र नहीं बल्कि एक क्षेत्र के रूप में उल्लेख किया जिससे मेहमान टीम के अधिकारी नाराज थे. कोसोवो ने मैच से हटने तक की धमकी दे दी थी.
मैच शुरू हुआ तो कमेंटेटरों ने कोसोवो टीम को कोसोवो फुटबॉल महासंघ की टीम कहा. टीवी स्क्रीन पर स्पेन के लिए अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में 'ईएसपी' का उपयोग किया गया लेकिन कोसोवो के लिये अंग्रेजी के छोटे अक्षरों में 'केओएस' लिखा गया.
इसके अलावा स्पेन के कप्तान सर्जियो रामोस शुरुआती एकादश में शामिल नहीं थे और मैच के आखिरी क्षणों में मैदान पर उतरे. इस तरह से वह अपना 180वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने में सफल रहे. पुरुष फुटबॉल में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के मामले में अब वह मिस्र के कप्तान अहमद हसन से चार मैच पीछे हैं.
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मैच में स्पेन की तरफ से दानी ओल्मो (34वें मिनट), फेरान टोरेस (36वें) और गेर्राड मोरेनो (75वें) ने गोल किए. कोसोवो के लिए एकमात्र गोल बासर हालिमी ने 70वें मिनट में किया.