नई दिल्ली : डिफेंडर संदेश झिंगन ने इस समय अपने पुराने दिनों को याद किया है जब उन्हें कोलोकाता के दूसरी और तीसरी डिविजन के क्लबों ने नकार दिया था और इससे झिंगन के भविष्य पर भी सवाल उठ गए थे.
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Once rejected by even 3⃣rd division clubs in Kolkata, @SandeshJhingan now relishes the pressure of captaincy 💪🙌
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— Indian Football Team (@IndianFootball) June 7, 2020
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झिंगन ने एआईएफएफ टीवी से कहा, "मैं अपने करियर के शुरुआती दौर में था. मैं क्लबों की तलाश कर रहा था और मैं कोलकाता में कुछ ट्रायल्स में भी गया था-दूसरी और तीसरी डिविजन की टीमों में लेकिन सभी ने मुझे नकार दिया."
उन्होंने कहा, "तब मुझे पता चला कि अपना सपना सच करने के लिए मुझे काफी ज्यादा मेहनत करनी होगी. और तब मुझे युनाइटेड सिक्किम फुटबाल क्लब ने चुना." सेंट्रल डिफेंडर ने कहा, "ये मेरे लिए सपने के सच होने जैसा था. कुछ महीनों पहले मुझे कोलकाता के कई क्लबों ने नकार दिया था और अब में रेनेडी भाई तथा बाइचुंग भाई के साथ हंसी मजाक कर रहा था.
उन्होंने कहा, "हम कोच स्टेनले रोजारियो के मार्गदर्शन में अभ्यास करते थे जब हमने रेनेडी भाई को कुछ फ्री किक लेते हुए देखा। मुझे लगा कि मैं अपने घुटनों पर बैठकर उनके पैर चूम लूं. बाइचुंग भाई से जब मैंने हाथ मिलाया तो मुझे लगा कि मैं अब अपने हाथ नहीं धोऊं."