नई दिल्ली : संदेश झिंगन इस समय भारतीय फुटबॉल में बड़े खिलाड़ियों में शामिल है जबकि 22 साल के थापा ने भी राष्ट्रीय टीम और अपने क्लब चेन्नइयिन एफसी की ओर से खेलते हुए अपने खेल से प्रभावित किया है.
वेंकटेश ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के इंस्टाग्राम लाइव सत्र में कहा, ''मुझे लगता है कि यह समय उसके लिये भारत के बाहर खेलने के लिये सही है। यह हैरानी की बात है कि वो अब भी भारत में खेल रहा है. संदेश ने अभी तक जो भी हासिल किया है, वो अपनी कड़ी मेहनत की वजह से किया है.''

उन्होंने कहा, ''संदेश ही नहीं बल्कि थापा में भी भारत के बाहर खेलने की काबिलियत है. दोनों काफी शानदार खिलाड़ी हैं.'' पूर्व कप्तान वेंकटेश को लगता है कि विदेशी लीगों में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से भारतीय टीम को सुधार करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ''हमारे यहां काफी खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं.

जब लोग मुझसे पूछते हैं कि हम भारतीय टीम को बेहतर कैसे बना सकते हैं तो मैं कहता हूं कि ज्यादा खिलाड़ियों को भारत के बाहर क्लबों में खेलना चाहिए. संदेश के लिये मुझे लगता कि यह समय सही है.'' वेंकटेश ने कहा, ''भारत के बाहर खेलने के लिए मेरा मतलब यूरोपीय लीग ही नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं आठ नौ खिलाड़ी बाहर जाकर जे-लीग, संयुक्त अरब अमीरात में लीग, के-लीग या फिर अन्य किसी लीग में खेलें.