नई दिल्ली : कोच इगोर स्टीमाक ने एक अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनल से बातचीत में कहा है कि इस महामारी ने हमारी योजनाओं को बर्बाद कर दिया है, जिसे सरकार और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने भी माना है. सीजन पूर्व ट्रेनिंग शिविर के लिए अप्रैल और मई में हमें तुर्की जाना था और हमें 10 दोस्ताना मैच खेलने थे.
घरेलू खिलाड़ियों पर निर्भरता बढ़ जाएगी
उन्होंने कहा, "अब हम इस समय का इस्तेमाल खिलाड़ियों के ज्ञान को सुधारने में कर रहे हैं. मुझे खुशी है कि खिलाड़ी अपने व्यक्तिगत ट्रेनिंग कार्यक्रम के अनुसार चल रहे हैं और टीम ग्रुप में रोज बातचीत कर रहे हैं." कोच ने कहा, " इस महामारी के कारण वैश्विक रूप से कुछ नियम और कानून बदल सकते हैं, जिससे घरेलू खिलाड़ियों पर निर्भरता बढ़ जाएगी. ये भारत के लिए भारतीय फुटबाल के ढांचों में बदलाव करने का अच्छा मौका है."
12 महीने के बाद भी पहले से कहीं ज्यादा उत्साहित हूं
स्टीमाक ने कहा कि कोच के रूप में उनका उत्साह उस समय के साथ बढ़ा है जब से उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के साथ बिताया है. कोच ने कहा, " मैं भारत का कोच बनने के 12 महीने के बाद भी पहले से कहीं ज्यादा उत्साहित हूं. हमने साबित कर दिया है कि हम इतने कम समय में कई चीजें बदल सकते हैं. किक को बदलना और फुटबॉल को अधिक नियंत्रण के आधार पर बदलना आसान नहीं था. हमने कई युवा खिलाड़ियों को अधिक तकनीकी क्षमताओं के साथ पेश किया है."
इस अप्रत्याशित ब्रेक पर उन्होंने कहा, " मैं मजाक कर रहा था कि अगर कोई व्यक्ति है जो इस कोविड-19 ब्रेक से लाभान्वित होगा तो यह भारतीय फुटबॉल है क्योंकि हम लंबे ब्रेक के अभ्यस्त हैं. हमारे पास हर साल छह-सात महीने का ब्रेक है. हमें चोटों से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए."